संत लाल साई व डॉ रमेश कलवानी ने किया कंपाउंडर का सम्मान

संत लाल साई व डॉ रमेश कलवानी ने किया कंपाउंडर का सम्मान

 संत लाल साई व  डॉ रमेश कलवानी ने किया कंपाउंडर का सम्मान

 संत लाल साई व  डॉ रमेश कलवानी ने किया कंपाउंडर का सम्मान 


श्री झूलेलाल नगर चकरभाठा  में स्थित सबसे पुराना क्लीनिक डॉ दयाराम जी के  नाम मशहूर है 
विगत 60 वर्षो से यह परिवार लोगों की सेवा कर रहा है आज नगर के साथ-साथ बिलासपुर रायपुर नानघाट दुर्ग मस्तूरी बेलतरा मुंगेली तखतपुर ऐसे अन्य कई जगह से दूर दराज से गांव के लोग इलाज कराने पहुंच रहे हैं क्यों आखिर क्या खासियत है इस डॉक्टर की क्लीनिक की वह है विश्वास और निस्वार्थ भाव सेवा इसमें उनके सहयोगी के रुप में विगत 25 वर्षों से विष्णु पाल 1 पुत्र के समान कंधे से कंधा मिलाकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं डॉक्टर रमेश  कलवानी  ने बताया कि हम अपने स्टाफ को कभी भी नौकर नहीं मानते चाहे वह हमारे क्लीनिक  के हो या  हमारे घर में है वो काम करने वाले
सभी को अपने परिवार का एक सदस्य मानते हैं क्योंकि वह हमेशा हमारे सुख-दुख में साथ रहते हैं विगत 2 वर्षों से जिस तरह करो ना महामारी फैली है जहां अपने भी पराए एवं दूर हो जाते हैं उस समय भी यह हमेशा हमारे साथ रहे लोगों की सेवा में सक्रिय रहे इसी प्रकार हमारी क्लीनिक में अन्य स्टाफ   सहोरण    सोनी रोशन भाई एवं माधुरी सिस्टर वह भी एक परिवार समान मिलजुल कर क्लीनिक में कार्य करते हैं और एक परिवार जैसा माहौल मरीजों को प्रदान करते  हैं ऐसे बहुत कम लोग मिलते हैं जो मालिक को मालिक ने समझे मालिक नौकर को नौकर न समझे ऐसा ही है हमारा रिश्ता इनके साथ परिवार जैसा है हमारे पूज्य पिताजी सवंत्रता  संग्राम सेनानी राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्वर्गीय  डॉ दयाराम कलवानी जी ने जो बीज बोया था आज वह विशाल पेड़  बन गया है

उन्हीं के ही दिखाए हुए मार्ग में हम चलते हैं
उन लोगों की सेवा करते हैं और सब को अपना मानते हैं हमारे दादा साधु वासवानी जी ने भी हमें ही सिखाया है इंसान हो या  पशु हो सब को एक समान मानो और अपने पुत्र की तरह प्यार करो
आज जब हमें पता चला विष्णु पाल का जन्म दिन है तो उनका जन्म दिन क्लीनिक में मनाया  मिठाई खिलाकर  जन्मदिन की बधाई दी व  सभी स्टाफ का  सम्मान किया पाखर पहनाकर  इस अवसर पर कम्पाउंडर विष्णु पाल ने कहा मुझे कभी भी ऐसा नहीं लगता है कि मैं अपने घर से कहीं दूर हूं मुझे हमेशा ही महसूस होता है कि मैं एक घर से दूसरे घर आया हूं और कभी भी डॉक्टर साहब ने मुझे अपना स्टाफ या नौकर  नहीं माना है हमेशा मुझे अपना छोटा भाई समझ कर ही मुझे प्यार दिया है
उनके परिवार के सभी सदस्य घर में जब  भी   कार्यक्रम में जाते हैं वह हमेशा मुझे एक अपनापन प्यार और सब का आशीर्वाद मिला है साथ ही सिंधु अमरधाम आश्रम के संत श्री लाल दास जी ने भी इन्हें अपना आशीर्वाद दिया है विष्णु पाल ने कहा कि
ऐसा डॉक्टर और  वैसा परिवार बहुत कम होते हैं जो सब को अपना समझ कर प्यार करते हैं वह मैं खुशनसीब हूं कि मुझे ऐसा डॉक्टर साहब के साथ और  उनके पूज्य पिताजी के साथ भी काम करने का मौका मिला
आज मेरा जन्मदिन याद रखा मुझे आशीर्वाद दिया मेरा सम्मान किया मुझे बहुत खुशी हुई

श्री विजय  दुसेजा जी की खबर

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