श्री झूलेलाल मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया गुरु पूर्णिमा का महापर्व
प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी सनातन धर्म का महापर्व गुरु पूर्णिमा अत्यंत ही सादगी एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस दौरान सिंधु अमरधाम आश्रम श्री झूलेलाल मंदिर श्री झूलेलाल नगर चकरभाटा में भी अनेक श्रद्धालु गणों ने अपने गुरु संत साईं लाल दास जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम प्रातः 7:00 भगवान श्री झूलेलाल व बाबा गुरमुख दास जी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराया गया
8 बजे नय वस्त्र धारण कराये गए
9 बजे महा आरती की गई
वह भोग लगाया गया
तत्पश्चात प्रातः 11:00 साईं द्वारा अपने भक्तों शिष्यों को दीक्षा प्रदान की गई यह क्रम करीब 1 घंटे तक चलने के बाद दोपहर 12:00 बजे
कार्यक्रम की शुरुआत
भगवान झूलेलाल व बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर माल्यार्पण
बहराणा साहब की अखंड ज्योत प्रज्वलित कर के कि गई
साईं लाल दास जी के द्वारा सत्संग की अमृत वर्षा की गई जिसमें उन्होंने अपनी वाणी में कहा कि
गुरु के बिना जीवन अधूरा है बिना गुरु के कोई भी ज्ञान नहीं मिलता है
इस कलजुग में जो भी जन्म लेता है उसे ज्ञान की शिक्षा पाने के लिए गुरु का नाम लेना पड़ता है
गुरु के पास जाना पड़ता है यहां तक की भगवान ने भी जब जब धरती पर जन्म लिया तो उन्होंने
भी गुरु का नाम लिया
आप लोग बड़े भाग्यशाली है कि आप लोगो को सरलता से गुरु नाम दान मिल जाता है
पहले एसे नाम जल्दी नहीं मिलता था गुरु हर किसी को अपना
शिष्य नहीं बनाते थे पहले परीक्षा
लेते थे अगर पास हो गए तो ही उन्हें अपना शिष्य बनाते थे
और कई सालो तक उन्हें अपने घर से दूर जगलो में बने हुवे आश्रम में रहना पड़ता था
आश्रम के सारे कार्य करने पड़ते थे
पर आज आप लोगो को शहर में ही गुरु के मंदिर बने हुवे ये जल्दी दर्शन व दिशा मिल जाती है
आप लोग जो आज नाम दान की दीक्षा ली है वे शुबह शाम नाम का सिमरन जरूर करे और गुरू के बताएं हुवे मार्ग पर चले अपने ईष्ट देव की पूजा अर्चना प्रति दिन करे
सत्संग में साईं जी ने अनेकों भक्ति भाव भरे भजन गाये
गुरु शिष्य का नाता अनमोल है
गुरु के बिना सिष्य अधूरा ये जीवन भी अधूरा
लाल झूलेलाल लाल झूलेलाल
आज बड़ा शुभ दिन है गुरु पर्व आया है
जिए मुहंजी सिंध
एसे कई भजन
गाकर भक्तों का मन मोह लिया अत्यंत भक्ति भाव माहौल में मनाए गए इस गुरु पूर्णिमा के महापर्व में श्रद्धालुओं ने साईं जी के दिव्य दर्शन कर अपना जीवन सफल बनाया
कार्यकम के आखिर में आरती
की गई अरदास की गई विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई व पल्लो पाया गया
बहराणा साहब को डोल बाजे के साथ मंदिर से निकलकर तलाब पहुंचे यहां पर साई जी के द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना कर बहराणा साहब का विसर्जन किया गया वह अखंड ज्योत को तेराया गया
शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का भी पूरा पूरा पालन किया गया था सत्संग के बाद भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया था इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव किया जिसमें लाखों भक्तों ने घर बैठे आनंद लिया व सीमित संख्या भक्त जन अन्य शहरो से भी शामिल हुवे. इस आयोजन को सफल बनाने में झूलेलाल सेवा समिति बाबा गुरमुखदास सेवा मंडल झूलेलाल सखी सहेली ग्रुप एवं पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाटा का विशेष सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर