अपने ईष्ट देव को जरूर माने
पूज्य सतगुरु साईं लालदास साहिब
गोंदिया शहर में बाबा गुरमुखदास सेवा समिती द्वारा भगवान झूलेलाल चालीहा महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है|
चालीहा महोत्सव के उपल्क्षय में
बाबा गुरमुखदास सेवा समिती गोंदिय के तत्वधान में सिंधू अमरधाम आश्रम के पूज्य सतगुरु साईं लालदास साहिब चक्करभाटा के गद्दीनशीन जी के पावन सानिध्य में दिव्य सत्संग का आयोजन दिनांक 17 अगस्त 2021 को पुज्य सख्खर पंचायत धर्मशाला में किया गया |
सतगुरु साईं लालदास साहिब जी का भव्य आगमन हमारे गोंदिया नगर में बड़े ही धूमधाम से हुआ |
सर्वप्रथम साईं लालदास सहिब जी ने झूलेलाल मंदिर में भगवान झूलेलाल जी का दर्शन किया ,उसके पश्चात संत कंवरराम मंदिर में साईं जी ने भक्तो को दर्शन एंव आर्शीवाद दिया |
सतगुरू साईं लालदास सहिब जी का दिव्य सत्संग का आयोजन दिनांक 17 अगस्त 2021 समय शाम 7:00 बजे को पुज्य सख्खर पंचायत धर्मशाला में हुआ|
चक्करभाटा से पधारे सतगुरू साईं लालदास सहिब जी ने सर्वप्रथम सिंधी समाज के ईष्टदेव भगवान झूलेलाल जी के तैलचित्र पर ज्योत जगाकर कार्यक्रम की शुरुआत की|
सतगुरू साईं लालदास साहिब जी का फूल मालाओं,पुष्पो शाल आदि से भव्य स्वागत सिंधी समाज की कई संस्थाओ और गोंदिया के विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा किया गया|
तत्पश्चात सतगुरू साईं लालदास साहिब जी ने सभी संस्थाओ एंव गणमान्य नागरिको को प्रसाद वितरित कर आर्शीवाद दिया|
कार्यक्रम का मंच संचालन सिमरन लीलाराम जसूजा और पूजा लीलाराम जसूजा द्वरा किया गया|
कार्यक्रम में *गुंजन दिलीप पंजवानी* और *अदिती सुनील ऊबरानी* दो नन्ही बच्चियों ने *साईं* जी के समक्ष अपनी भावनाऐं व्यक्त की |
*सतगुरू साईं लालदास साहिब जी* ने अपने प्रवचनो में सप्षट शब्दों में कहा कि आप भले ही किसी भी धर्म, पंथ , संप्रदाय को माने , परंतु अपने ईष्टदेव साईं झूलेलाल को न भूले | साईं झूलेलाल ही सिंधियों की पहचान है इसलिए हमेशा याद रखे|
*सतगुरू साईं लालदास साहिब जी* ने समाज के लोगो को धर्म परिवर्तन न करने व समाज की रक्षा करने का उपदेश दिया|
साईं लालदास जी के प्रवचन सुनकर प
पूरी साध संगत आनंदित हो उठी।
चालीहा महोत्सव के उपल्क्षय में कई प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया था, ऑनलाईन प्रतियोगिता और ऑफलाईन प्रतियोगिता |
ऑनलाईन प्रतियोगिता में डांस और भाषण जैसी प्रतियोगिताऐं रखी गई एंव ऑफलाईन प्रतियोगिता मे *बाबा गुरमुखदास सेवा समिती* द्वारा रजिस्टर दिए गए जिसमें सहभागियों को *जय झूलेलाल साईं* लिखना था।
प्रतियोगिताओ के विजेताओं को सतगुरू साईं लालदास साहिब जी के शुभ हस्ते पुरस्कार दिये गए|
उसके पश्चात महाप्रसाद पारर्सल सुविधानुसार संगत को दिए गए|
बाबा गुरमुखदास सेवा समिती एंव बाबा गुरमुखदास महिला सेवा समिती के अथक प्रयास से कार्यक्रम को सफल बनाया गया|
श्री विजय दुसेजा जी की खबर