श्री गुरु हरिकिशन साहेब जी का प्रकाश पर्व मनाया गाया
सिख धर्म के आठवें गुरू श्री हरिकिशन महराज का प्रकाश पर्व पुरे संसार में बडे धुम धाम से मनाया गया इस अवसर पर मसानगंज स्थित सचखंड दरबार में गुरू हरिकिशन साहिब का पर्व साध संगत ने मिल कर मनाया।सर्वप्रथम गुरूद्वारे के भाई साहब अमर रूपानी द्वारा गुरबाणी " जो मांगे ठाकुर अपने ते,सोई सोई देवे" " एेसी दया करो महराज,नाम न विसरे" "श्री हरिकिशन धियाइये,जिस डिट्ठे सब दुख जाए" गा कर संगत को निहाल किया।इस अवसर पर उन्होने कि एक समय दिल्ली में महामारी फैल गई थी तब लोगों का दुख उनसे देखा न गया तब गुरू हरिकिशन जी महराज रोगियों की सेवा व उपचार में लग गये उनके सद्प्रयासों से लोग स्वस्थ होने लगे और गुरू साहिब का यश चारो दिशाओं मे फैलनें लगा। श्री गुरू हरिकिशन जी महराज सेवाभावना एवं परोपकार की मूर्ति थे।इस अवसर पर गुरूद्वारे के भाई साहिब अमर रूपानी,माता लता देवी,कन्हैया भाई, मुस्कान,दिव्या,जीया सहित अनेक साध संगत उपस्थित थी
श्री विजय दुसेजा जी की खबर