दंतेवाड़ा में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले दोषियों पर हो कार्यवाही-दीपिका
दंतेवाड़ा के नवभारत दैनिक अखवार के दफ्तर का ठेकेदार एवं कांग्रेसी नेता जिला पंचायत उपाध्यक्ष दंतेवाड़ा सुभाष सुराना के इशारे पर कुछ लोगों द्वारा घेराव किये जाने, तथा सम्बंधित अखवार के पत्रकारों के साथ बदसलूकी किये जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने इस मामले में दोषी लोगों पर कार्यवाही की मांग की है. उन्होंने इस घटना की जांच किये जाने की मांग करते हुए बार बार पत्रकारों पर हो रहे इस तरह के हमले को लेकर चिंता जाहिर की है.उन्होंने कहा कि सिर्फ पत्रकार सुरक्षा कानून की बात करने से ही पत्रकारों के प्रति जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती अपितु पत्रकारों के साथ साथ उनके पूरे परिवार के जानमाल की सुरक्षा करना शासन की प्रथम जिम्मेदारी है क्योंकि पत्रकार अपनी जान की परवाह किये बिना धरातल पर जाकर शासन की योजनाओं को जनता तक व जनता की समस्या शासन तक पहुंचाने का कार्य करते हैं आज जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है ऐसे वक्त में हमारे बस्तर संभाग के सारे जिले में पत्रकारों ने आगे आकर कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य किया जिन्हें सम्मानित करने के बजाय कांग्रेसी नेता ऐसा गलत व्यवहार कर रहे हैं,उन्होंने कहा कि वैसे भी भारत के हर नागरिक को संविधान के अनुच्छेद 19(1) A के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है यदि शासन की राशि का दुरुपयोग हो रहा है तो इस बात का कहने का अधिकार हर नागरिक को प्राप्त है यदि दंतेवाड़ा जिले के पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर रायपुर से प्रकाशित नवभारत दैनिक अखबार में खबरें प्रकाशित हुई थी इसे जानने व कहने का अधिकार एक पत्रकार के अलावा हर नागरिक को हमारा संविधान देता है व दंतेवाड़ा के इस मामला के उजागर होने के बाद तो इसकी जांच भी शुरु हो गयी है इसलिए भी जनता को इस मामले से अवगत कराना किसी भी अखबार का प्रथम दायित्व बनता है जो दंतेवाड़ा के पत्रकारों ने किया जो कांग्रेसी नेता को रास नहीं आया इसलिय कांग्रेसी नेता सुभाष सुराना के बहकावे में आकर संबधित पंचायतों के कुछ लोगों ने दंतेवाड़ा के बस स्टैण्ड स्थित रायपुर से प्रकाशित उक्त दैनिक अखबार के दफ्तर का शुक्रवार दोपहर को घेराव कर दिया, साथ ही घेराव करने वालों ने पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार भी किया. जिसकी शिकायत कलेक्टर व एसपी से भी की गयी है. इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता का हनन है. सरकार को भी इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और मामले की उच्च स्तर पर जांच करवाकर दोषी लोगों पर कार्यवाही की मांग करती हूं !!!