समर कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने पिरामिड कला को जाना
भारतीय सिंधु सभा महिला विंग व पूज्य सिंधी सेंटर पंचायत के द्वारा तीन दिवसीय समर कैंप का आयोजन झूलेलाल मंगलम में किया गया दूसरे दिन बच्चों ने पिरामिड कला को जाना
पिरामिड कला तन और मन को संतुलित करने की कला है नेतराम विश्वकर्मा ने जानकारी दी कि बच्चों को स्वस्थ रहने का पढ़ाई में फोकस करने के लिए किसी ने किसी योग से जुड़ कर रहना चाहिए बच्चे खेल-खेल में शारीरिक रूप से भी मजबूत हो जाते हैं।पिरामिड कला से बच्चों की मांसपेशियां भी मजबूत बनती है।
फाइन आर्ट एक्सपर्ट बरखा आहूजा ने बताया कि भारत में कला की हुनर की कमी नहीं केवल उन्हें उभारने की जरूरत है। हर बच्चे में हर कुछ न कुछ कला होती है और मेरा सपना हर बच्चे को कला से जोड़ने का है इसी उद्देश्य को लेकर विभिन्न कलाएं सिखा रही हैं।
बी.के सोरभ भाई व लता बहन के द्वारा बच्चों को मेडिटेशन गणेश वंदना ,ओंकार ,अनुलोम-विलोम व ब्रेन एक्सरसाइज कराई गई ।
काजल थारवानी के द्वारा मोनेको सैंडविच, नाचोज भेज, डोनट ,किवी मोजितो सिखाया गया
श्वेता असरानी ने सिंधी बेत बच्चों को सिखाएं पलक विधानी ने बेन एक्सरसाइज कर उन्हें खेल खेल में नई जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन गरिमा शाहणी ने किया भारतीय सिंधु सभा की मंत्री विनीता भावनानी।मुस्कान बच्चानी, सिमरन मनंचदानी, रूपाल, भारती जेठमलानी, अन्नु आहूजा,रेखा आहूजा, अनीता लालचंदानी ,पूनम बजाज, नीतू खुशलानी,
कंचन मलघानी,कृति लालवानी,अनु आहूजा,भारती सचदेव, ट्विंकल आडवाणी का सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर