आप जिलाध्यक्ष दीपक आरदे ने भूपेश बघेल के बोरे बासी संबोधन का किया स्वागत काजू बादाम खाने वालों को आज 3 साल बाद बासी की याद कैसे आई - दीपक आरदे
बालोद - छत्तीसगढ़ की राजनीति में बोरे बासी का एक ट्रेंड छाया हुआ है,इसी बीच आम आदमी पार्टी बालोद जिला अध्यक्ष दीपक आरदे ने भूपेश बघेल जी के संबोधन का स्वागत किया और बोरे बासी की ग्रहण करते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया में अपलोड की।वही उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ के बोरे बासी में गजब के विटामिन है,बोरे बासी खाने से गर्मी के मौसम में शरीर को पानी की कमी नहीं होती,पाचन शक्ति बेहतर रहती है और त्वचा में कोमलता हमेशा बनी रहती है।साथ ही कहा की छत्तीसगढ़ की परंपराओं को सहेजने के लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हु व उनकी संवेदना जो मजदूर दिवस के दिन प्रदेश के किसानों और मजदूरों के लिए प्रकट किया है उसके लिए भी धन्यवाद कहेना चाहता हु।
भूपेश बघेल जी आप मजदूर दिवस के दिन जो स्वास्थ की चिंता होते सुझाव दिया उसको बरकार रखते और प्रदेश की जनता को केवल एक विशेस दिवस पर ही नही बल्कि हमेशा के लिए उनकी स्वास्थ की चिंता करते हुए पूर्ण शराबबंदी कर प्रदेश की जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ न करे,साथ ही प्रदेश में स्वास्थ व्यस्थाओ को बेहतर कर प्रदेश की जनता का स्वास्थ का ध्यान रखे।बालोद जिला में खनिज पर्याप्त मात्रा में है और फिर भी बालोद जिला अस्पताल में सिटी स्कैन से लेकर बहुत ही सुविधाएं न होने से जो परेशानी जनता को होती है उसको भी ठीक करे।भूपेश बघेल जी मुझे आशंका है आप ईमानदार राजनेता है जो प्रदेश की जनता की स्वास्थ को बेहतर रखने में अपना योगदान दे सकते है,अब इस आशंका को सच कर साबित कर दीजिए की आप एक ईमानदार,जननायक है।मेरी इसी आशा के साथ आपको भी बोरे बासी का विटामिन भर पूर मिलने की कामना करता हु और बोरे बासी से आपके दिमाग की बत्ती जले ऐसी भगवान से प्रार्थना करता हु।
*काजू बादाम खाने वालों को आज 3 साल बाद बासी की याद कैसे आई - दीपक आरदे*
इसका पूर्ण विवरण बताते हुए दीपक आरदे ने कहा की काजू और बादाम खा कर गर्मी भड़क चुकी थी,यह गर्मी शारीरिक नही बल्कि सत्ता की गर्मी की बात कर रहा हु,सत्ता की गर्मी इतनी भड़की की आदिवासियों पर अत्याचार करने लगे, आंदोलन रत लोगो पर लाठीचार्च करवाने लगे,अवैध रेतउत्खनन करवा कर पैसा डकारने लगे,किसानो की बलि देने लगे और अब जब प्रदेश की जनता उनसे क्रोधित हुई तो समझ आया की सत्ता के काजू बादाम खा कर इतनी गर्मी आ गई है की अब आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता इनकी गर्मी उतार देगी तभी नेतृत्व कर्ता भूपेश बघेल जी को ज्ञात हुआ की छत्तीसगढ़ के धारा में ऐसे कोई चीज नहीं जेकर समस्या के समाधान न हो तब उनको याद आया ठंडा मतलब बोरे बासी।और शासन प्रशासन की गर्मी अवि नही उतरी तो जनता हमे कुर्सी से उतर देगी।तब उन्होंने प्रदेश के जनता को संबोधित करते हुए अपने सभी शासनिक प्रशानिक लोगो को भी संबोधित किया और सलाह दी अब तो बोरे बासी खाओ और दिमाग की बत्ती जलाओ,थोड़ा से जनता के काम भी आओ।तब आज सभी विधायक,मंत्री,सांसद और कई प्रशासनिक लोगो ने छत्तीसगढ़ महतारी के माटी में उपजे बोरे बासी को खाकर अपनी दिमाग की बत्ती जलाई है।अब देखना यह है की इनकी दिमाग की बत्ती कितनी जली और यह जनता के लिए क्या काम करते है।