*बुजुर्गों को व्यस्त रखने के लिए छोटे समूह बनाए जाएंगे*
*मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश*
*विश्व बुजुर्ग दुर्व्यहार जागरूकता दिवस 2022*
*समाज कल्याण विभाग मंत्री ने किया ’ब्रिज द गैप-अंडरस्टैंडिंग एल्डर नीड्स ’ सर्वे रिपोर्ट का विमोचन*
*समाज कल्याण विभाग और हेल्थ एज इण्डिया ने बुजुर्गों के लिए कार्यक्रम का किया आयोजन*
रायपुर, 15 जून 2022/ विश्व बुजुर्ग दुर्व्यहार जागरूकता दिवस के अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में रायपुर सहित देश भर के 22 शहरों में सर्वेक्षण पर आधारित राष्ट्रीय सर्वे रिपोर्ट का विमोचन किया। हेल्प एज इंडिया की इस रिपोर्ट ’अपूर्णता का संभरण- बुजुर्गों की आवश्यकताओं को समझना’ (ब्रिज द गैप-अंडरस्टैंडिंग एल्डर नीड्स) में बुजुर्गों के आय, रोजगार, स्वास्थ्य, सुरक्षा, उनके सामाजिक व डिजिटल समावेशन और उनसे दुर्व्यव्हार पर अध्ययन किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन समाज कल्याण विभाग और हेल्प एज इण्डिया द्वारा किया गया।
श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति बुजुर्गों के सम्मान की रही है। बुजुर्ग समाज के धरोहर हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बुजुर्गों की हर संभव सहायता के लिए कृत संकल्पित हैं। समाज कल्याण विभाग बुजुर्गों सहित सभी वर्गों के लोगों के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कार्यक्रम में आए सुझावों पर तुरंत सहमति देते हुए अधिकारियों को बुजुर्गों को व्यस्त रखने के लिए छोटे-छोटे समूह की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बुजुर्गों के मार्गदर्शन के लिए विशेषज्ञों के अनुभव का लाभ भी लेने के लिए कहा। ऐसे बुजुर्ग जो अकेले हों, या जिनके बच्चे बाहर काम करते हों उनके रहवास के लिए रायपुर में जमीन दिलाने की पहल करने का भी आश्वासन श्रीमती भेंड़िया ने दिया।
श्रीमती भेंड़िया ने बुजुर्गांे से बातचीत करते हुए उन्हें बताया कि राज्य सरकार ने राजीव गांधी युवा मितान योजना का संचालन शुरू किया है। इसमें गांवों के 10 युवाओं को शामिल कर मितान क्लब संचालित होगा। ये युवा हर वर्ग की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि गांवों में आज भी आपसी मेलजोल की परंपरा बची हुई है,लेकिन शहरों में लोग स्वयं में सीमित हो गए हैं। अकेलेपन को दूर करने के लिए बुजुर्गा मित्र बनाएं और सत्संग, योग, व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें। बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन जारी की गई है उसकी मदद लें। छत्तीसगढ़ में बुजुर्गों की मदद के लिए कई संस्थाएं काम कर रही हैं। विशेषज्ञों और बुजुर्गों के सुझावों के अनुसार वरिष्ठजन की सहायता के लिए और पहल की जाएगी।
समाज कल्याण विभाग के संचालक श्री पी.दयानंद ने बताया कि बुजुर्गों के प्रति होने वाले दुर्व्यवहार एवं परेशानियों के विरुद्ध आवाज उठाने और जागरूकता के लिए 15 जून को संयुक्त राष्ट्र के आह्वान पर विश्व बुजुर्ग दुर्व्यहार जागरूकता दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनियाभर में लगभग हर 6 लोगों में से 1 बुज़ुर्ग दुर्व्यवहार का शिकार है। समाज को बुजुर्गों के प्रति भावनात्मक और मानसिक ठेस पर संवेदनशील होने की जरूरत है। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में 24 जिलों में संचालित 31 वृद्धाश्रमों में से अधिकांश में क्षमता के बराबर भी वृद्धजन नहीं हैं। इस साल जागरूकता दिवस की थीम ’सभी उम्र के लिए डिजिटल इक्विटी’ रखी गई है। बड़ी संख्या में बुजुर्ग साइबर क्राइम के शिकार होते हैं। इसके लिए उनमें जानकारी और जागरूकता लाने की जरूरत है।
हेल्प एज इंडिया के राज्य प्रमुख श्री शुभंकर विश्वास ने बताया कि वर्तमान जनसंख्या में 10 प्रतिशत बुजुर्ग हैं। आने वाले समय यह यह संख्या बढ़कर 25 प्रतिशत हो जाएगी। अनुमानित 28 लाख बुजुर्ग छत्तीसगढ़ में निवास करते हैं। सीनियर सिटिजन का स्व-सहायता समूह बनाकर उनकी मदद की जा सकती है। कार्यक्रम में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन नंबर 14567 संचालित किया जा रहा है। सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक बुजुर्ग कानूनी परामर्श, पेंशन योजनाओं की जानकारी सहित किसी भी प्रकार की प्रताड़ना और समस्या के लिए हेल्प लाइन की मदद ले सकते हैं। हेल्पलाइन काउंसलर श्री अमित भौमिक ने बताया कि पुलिस के सहयोग से 2013 से बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18001801253 संचालित है, जिसमें वाट्सअप के माध्यम से भी मदद मांगी जा सकती है।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा बुजुर्गों को स्वास्थ्य और डिजिटल जागरूकता बढ़ाने के लिए जानकारी भी दी गई। कृषि वैज्ञानिक डॉ. जे. एस. उरकरकर ने बुजुर्गों को साइबर क्राइम से बचाव के बारे में बताया और मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अरविंद नेरल ने एजिंग को आगे बढ़ाने सहित स्वस्थ रहने के नुस्खे बताए। उन्होंने बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए व्यस्तता, सामाजिक मेल-जोल और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए व्यायाम और उचित खान-पान को जरूरी बताया। उन्होंने बुजुर्गों की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए हॉस्पिटल में जीरियाट्रिक वार्ड और उसके विशषज्ञों की व्यवस्था करने पर बल दिया। उन्होंने पेड ओल्ड एज होम्स, मल्टी सर्विस सेंटर, हेल्थ विजिटर, सीनियर सिटिजन एडॉप्शन जैसी पहल के सुझाव भी समाज कल्याण विभाग के सामने रखे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।