रीतिका भोजवानी द्वारा हिलिगं की जानकारी दी
योग प्राण विद्या की नागपुर की हीलर और ट्रेनर रितिक भोजवानी ने झूलेलाल मंदिर में चल रहे समर कैम्प में सेशन लिया और योग प्राण विद्या हीलिंग पद्धति के बारे में में जानकारी दी और बताया कि योग प्राण विद्या द्वारा बिना स्पर्श किए , बिना दवा के , बिना साइड इफ़ेक्ट्स के किसी का भी शारीरिक , भावनात्मक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक रूप से उपचार किया जा सकता है इस पद्धति में ऊर्जा शरीर पर काम किया जाता है
इस सेशन का उद्देश्य लोगों की जीवनशैली में सुधार लाना है आज लोगों की जीवनशैली बहुत अनियमित हो गयी है और इससे कई बीमारियाँ उन्हें घेर रही है इस सेशन का उद्देश्य लोगों में जागरूकता लाना था ताकि लोगों का जीवन स्तर इस प्राचीन पद्धति से बेहतर बनाया जा सके
रितिक भोजवानी ने ध्यान के महत्व के बारे में बताया और पृथ्वी शांति पर ध्यान (प्लानेटेरी पीस मेडिटेशन ) के कॉन्सेप्ट - देने में निहित है पाना, के बारे में बताया आप जो देंगे वही आपको मिलेगा उन्होंने कहा कि कहा की इस मेडिटेशन में हम पृथ्वी को और इसमें रहने वाले हर एक प्राणी को सुख शांति समृद्धि का आशीर्वाद देते है और विश्व में शांति स्थापित करने का आशीर्वाद देते है और इससे हमें प्रकृति से कई गुना ज़्यादा फल मिलता है
क्षमा साधना के बारे में और इसके महत्व के बारे में बताते हुए कहा की क्षमा साधना से हम आपसी रिश्ते सुधार सकते है यह बेहद प्रभावशाली साधना है जिससे हम रिश्तों से नकारतमकता को दूर कर रिश्तों को सकारात्मक बना सकते है
कई लोगों को इससे बहुत मदद मिली है और वे अपने गृहस्थ जीवन बचाने में, आपसी मनमुटाव दूर करने में और रिश्तों में मिठास वापस लाने में सफल हुए है और इस क्षमा साधना की वजह से कई तरह की भावनात्मक और मानसिक बीमारियों का समाधान करने में भी मदद मिलती है
लयबध योगिक श्वसन प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा के इससे हम फेफड़ों की क्षमता क़ो कई गुना ज़्यादा इस्तेमाल कर सकते है और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते है
उन्होंने यह भी बताया की यह हीलिंग पद्धति १६ वर्षा से उपर कोई भी सीख सकता है और स्वयं को और स्वयं के द्वारा दूसरों का उपचार भी किया जा सकता है
उन्होंने योग प्प्राण विद्या के हीलिंग के कोर्सेज़ के बारे में भी जानकारी दी
श्री विजय दुसेजा जी की खबर