अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ब्रह्माकुमारी आश्रम उसलापुर में सात दिवसीय योग का हुआ समापन
"आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर" प्रोजेक्ट के अंतर्गत, 21 जून 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' पर ब्रम्हाकुमारी, ओम शांति सरोवर, उसलापुर सेवा केंद्र में "मानवता के लिए योग" विषय पर विशेष सात दिवसीय 'योग प्रशिक्षण एवं राजयोग शिविर' (15 जून से 21 जून तक ) आयोजित किया गया।
'मानवता के लिए योग' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बीके छाया दीदी (सेवा केंद्र संचालिका) ने कहा कि योग जीवन जीने की कला है। योग एवं योगा में अंतर स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि योग का अर्थ है- आत्मशुद्धिकरण। योग मानसिक रूप से बुद्धि के द्वारा किया जाता है और योगा शरीर के द्वारा किया जाने वाला आसन है जिससे शरीर शुद्ध एवं स्वस्थ होता है। हमारे तन का प्रभाव मन पर एवं मन का प्रभाव तन पर पड़ता है। हमारा मन जितना शुद्ध, शक्तिशाली, स्वस्थ होगा, उतना हमारा शरीर भी स्वस्थ होगा। मन को शक्तिशाली बनाने के लिए राजयोग आवश्यक है क्योंकि राजयोग आत्मा का संबंध परमात्मा से जोड़ता है। राजयोग द्वारा सर्व शक्तियां एवं सर्व सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। योग माना स्वराज्य अर्थात अपने इंद्रियों पर संयम प्राप्त करना। इससे हम अपने मन, बुद्धि और संस्कारों का परिवर्तन कर सकते हैं अतः योग परिवर्तन की विधि है। योग द्वारा सद्गुणों का उद्गम होता है। योग से हमारे कर्म में कुशलता आती है, तनाव से मुक्ति मिलती है, जीवन खुशहाल बनता है। आपसी संबंधों में आत्मिक स्नेह एवं मधुरता आती है। योग शारीरिक क्रिया नहीं अपितु मानसिक संतुलन को अपने जीवन में लाना है। अतः हमें शारीरिक योगा के साथ-साथ राजयोगा को भी अपने जीवन में अपनाना चाहिए। हमें योगासन एवं प्राणायाम के द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। अतः प्रतिदिन कुछ समय निकालकर राजयोग एवं योगाभ्यास अवश्य करें।
आत्म स्थिति में स्थित होकर परमात्मा की याद में योग प्रशिक्षक बीके इंद्र भाई ने विभिन्न प्राणायाम एवं योगाभ्यास कराया। जिसमें ताड़ासन, कटिबद्ध आसन, त्रिकोण आसन, अनुलोम विलोम, कपाल भारती, भ्रामरी प्राणायाम...... इत्यादि। उन्होंने निरन्तर योगाभ्यास के लाभ बताते हुए कहा कि कैंसर, हृदय रोग, फेफड़े का रोग, माइग्रेन... जैसी अनेक शारीरिक बीमारियों को भी निरन्तर राजयोग एवं योगाभ्यास द्वारा ठीक किया जा सकता है। सभी ने उमंग उल्लास के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया।
कार्यक्रम के अंत में बीके छाया दीदी ने पुनः मेडिटेशन कराते हुए प्रोटोकॉल के अनुसार सभी से शांत, खुश एवं स्वस्थ रहने के संकल्प कराया। कार्यक्रम में माननीय भ्राता परमानंद खत्री जी (रिटायर रेलवे आफिसर) एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे
श्री विजय दुसेजा जी की खबर