जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व नाराजगी को लेकर बालोद में इस्तीफे की बौछार

जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व नाराजगी को लेकर बालोद में इस्तीफे की बौछार

जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व नाराजगी को लेकर बालोद में इस्तीफे की बौछार

जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व नाराजगी को लेकर बालोद में इस्तीफे की बौछार

बालोद। बालोद जिले में मानसून दस्तक के बाद भले ही रूठ गया हो लेकिन इस्तीफे की बौछार ने जिले की भाजपा को सराबोर कर दिया है। दल्लीराजहरा मंडल अध्यक्ष गोविंद वाधवानी के इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी में इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है। पार्टी के भीतर इस्तीफे की बौछार ने जिले से लेकर रायपुर तक खलबली मचा है। मंडल पदाधिकारियों के साथ दल्लीराजहरा के करीब 150 भाजपा नेताओं ने मंगलवार को अपना इस्तीफा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेज दिया है। पार्टी के भीतर इस्तीफे की बौछार ने जिले से लेकर रायपुर तक खलबली मचा दी है। इस्तीफों की इस झड़ी पर कांग्रेस ने तंज किया है। कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसा कोई समय नहीं गुजर रहा कि भाजपा का कोई नेता पद न छोड़े। लोगो का कहना है कि यह पार्टी के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की हवा है। लोगों का भाजपा से भी विश्वास उठ चुका है। पार्टी के नेता भी भाजपा से खुश नहीं हैं। यही वजह है कि पार्टी के लोग पद छोड़ रहे हैं। कुछ दिनों बाद पार्टी भी छोड़ देंगे। 

● लगाए गए आरोप को साबित करने की चुनौती ●

बता दे कि पार्टी के मंडल अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने यह कहते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी कि उनके ऊपर कुछ बड़े नेताओं के द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए है जो कि निराधार है। निराधार आरोपो से आहत होकर वो पार्टी को अपना त्यागपत्र दे रहे है। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को साबित करने की चुनौती भी दी है।

● 24 घंटे के भीतर धड़ाधड़ इस्तीफे से पार्टी में हड़कंप ●

मंडल अध्यक्ष के पद से त्यागपत्र के बाद दल्लीराजहरा भाजपा पार्टी संगठन की मंडल कार्यकारिणी, युवा मोर्चा कार्यकारिणी, महिला मोर्चा कार्यकारिणी सहित अन्य मोर्चा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने पद छोड़ने की पेशकश आला नेताओ से कर दी है। पिछले 24 घंटे के भीतर धड़ाधड़ इस्तीफे से पार्टी में हड़कंप मच गया है। 

● पार्टी के जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व जबरदस्त नाराजगी

गौरतलब हो कि इस्तीफे की पेशकश करने वाले भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के जिलाध्यक्ष से असंतुष्ट व जबरदस्त नाराज हैं। वह खुलकर जिलाध्यक्ष के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे हैं। इस बगावती बयार की वजह से कहीं न कहीं भाजपा को नुकसान झेलना पड़ सकता है। हालांकि, जिलाध्यक्ष के खिलाफ बगावती तान के सुर मुखर होने के बाद से ही भाजपा के नेता डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं। लेकिन लगातार इस्तीफे के बाद से ही पार्टी के अंदरखाने जबरदस्त खलबली मची हुई है।

● सैंकड़ो भाजपा नेताओं ने की इस्तीफे की पेशकश ●

दल्लीराजहरा में भाजपा के रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले मंडल अध्यक्ष गोविंद वाधवानी, उपाध्यक्ष विशाल मोटवानी, मंजीत कौर, कोषाध्यक्ष रमेश कुमार, मंत्री विजयभान सिंह, मीडिया प्रभारी आशीष लालवानी, मंत्री जनार्दन सिंगरौल, रमेश गुर्जर, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष गीता मरकाम, महामंत्री उषा आष्टिकर, रानू ठाकुर, उपाध्यक्ष विम्मी शर्मा, सुचित्रा दास, मंत्री डाली सिंह, कोषाध्यक्ष दुलेश्वरी साहू, पिछड़ा वर्ग मोर्चा शहर अध्यक्ष सोमेश जायसवाल, अनुसूचित जाति शहर मोर्चा अध्यक्ष चंद्रकांत चोपड़े, युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष संजीव सिंह, नेता प्रतिपक्ष नगर पालिका बॉबी छतवाल सहित सैंकड़ो भाजपा नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश की है।

● जिन्हें संगठन की परिभाषा नहीं आती उनकी बात सुन रही पार्टी ●

पार्टी के आला पदाधिकारियो के नाम लिखे गए त्यागपत्र में कहा गया है कि पहले की तरह भाजपा की रीति, नीति और सिद्धांत के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के सम्मान देने की जो परंपरा थी, वह अब समाप्त हो चुकी है। उससे भी अधिक दुःखद यह है कि संगठन भी जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे लोगों की बात न सुनकर ऐसे लोगों की बातें सुन रही हैं, जिन्हें संगठन की भी परिभाषा नहीं आती। 

● प्रोटोकॉल भूल चुका है जिले का पार्टी नेतृत्व ●

ज्यादातर भाजपा नेताओं ने अपने पत्र में कहा है,यह दुख सिर्फ उनका नहीं है, बल्कि कई जिलों की और भी कार्यकर्ताओ का है। जिले में पार्टी का नेतृत्व प्रोटोकॉल को भूल चुका है। पार्टी के पद से इस्तीफा देते हुए भाजपाइयों ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को यह भी लिखा है,हम बाहरी लोगों से तो लड़ सकते हैं, मगर पार्टी के भीतर और अपने लोगों से नहीं। 

● दिल्ली दरबार पहुंची जिला भाजपा में मची अंतर्कलह 

जिले में भाजपा की अंतर्कलह दिल्ली दरबार पहुंच गई है। जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार से नाराज कुछ नेता प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी से मिलने दिल्ली गए हैं। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक जिले के नाराज भाजपा नेताओ ने बुधवार को दिल्ली में प्रदेश प्रभारी से मुलाकात कर इस मामले पर उनसे बातचीत की। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से नाराज भाजपाइयों के तेवर कड़े हैं। सियासी लिहाज से संवेदनशील दौर में प्रदेश प्रभारी कोई कठोर कदम उठा सकती है। जिले की भाजपा की राजनीति में यह पहली बार है कि पार्टी जिलाध्यक्ष के खिलाफ बड़ी संख्या में पदाधिकारी खुलकर सामने आ गए हैं।

● वर्जन ●

‌सोशल मीडिया में चल रहा है, लेकिन मेरे तक कोई इस्तीफा आया नही है। जब आएगा तब बात करेंगे। अभी प्रेस कांफ्रेंस से फ्री हुआ हूं अब देखता हूं कौन इस्तीफा दे रहा है, फिर बात करेंगे: कृष्णकांत पवार जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी बालोद

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