अयोध्या पहुंचने पर साईं मसन्द साहिब का हुआ भव्य स्वागत
वाराणसी में स्वामीश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्द जी से की मंत्रणा
भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की मुहिम चला रहे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित मसन्द सेवाश्रम के पीठाधीश्वर पूज्यपाद साईं जलकुमार मसंद साहिब 12 जून को प्रातः वाराणसी में श्रीविद्यामठ के प्रमुख पूज्यपाद स्वामीश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज के साथ निर्धारित बैठक सम्पन्न करने के पश्चात रात करीब 9 बजे साबरमती ट्रेन से अयोध्या कैंट पहुंचे। यहां पहुंचने पर ट्रेन से उतरते ही स्थानीय सिंधी समाज के विभिन्न संगठनों भक्त प्रहलाद सेवा समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल सागर, महासचिव ओमप्रकाश ओमी, समाजसेवी सुरेश भारतीय बाला, राकेश वाधवानी, राजकुमार रामानी, महेश खटवानी,अनिल कुमार, दिलीप कुमार आदि पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण एवं जयकार के गगनभेदी नारों के साथ भावभीना भव्य स्वागत किया गया।
10 जून से 21 जून तक ग्यारह दिन के उत्तर प्रदेश प्रवास अंतर्गत उनका अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ में निर्धारित तारीखों पर देश के अनेक बडे़ सन्तों के साथ-साथ अपने सिन्धी समुदाय के नेतृत्व वर्ग के साथ बैठकें कर पिछले 10 वर्षों से चला रहे भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की अपनी मुहिम की अब तक की प्रगति की समीक्षा और भावी कदमों पर मंत्रणा का कार्यक्रम है । साईं मसंद साहिब 15 जून तीन दिन तक रामनगर कालोनी स्थित संत सतरामदास दरबार द्वारा आयोजित 34वें त्रिदिवसीय संत जन्मोत्सव के विशेष अतिथि रहेंगे। इस दौरान वे आयोध्या के श्रीराम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास महाराज, श्रीदशरथ राजमहल के महंत देवेन्द्र प्रसादाचार्य महाराज तथा वहां के कुछ अन्य बडे़ सन्तों से भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की अपनी मुहिम के संदर्भ में भेंट करेंगे। वे इन सभी सन्तों से सन् 2016 व 2019 में अपनी इस मुहिम पर पहले भी मंत्रणा कर चुके हैं
श्री विजय दुसेजा जी की खबर