बालोद बीजेपी में इस्तीफों का दौर जारी
बालोद। एक ओर देश मे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी के सितारे बुलंद है तो दूसरी ओर दल्लीराजहरा मंडल के नेताओं के इस्तीफे से बालोद जिले के भाजपाई सन्न हैं। इस्तीफों का दौर जारी अभी भी जारी है। अब मंडल महामंत्री महेंद्र सिंह और अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष कासिम कुरैशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया में पत्र शेयर कर इस्तीफे की घोषणा की है। सोशल मीडिया में शेयर इस्तीफा पत्र में कहा है कि मंडल अध्यक्ष के ऊपर कुछ बड़े नेताओं के द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए जो निराधार है। इस घटना से आहत होकर पार्टी के समक्ष हम अपना इस्तीफा सौप रहे है।
● विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा इस्तीफे का असर ●
मंडल अध्यक्ष के ऊपर एक आरोप के बाद सैंकड़ो नेताओ ने अपने पदों से इस्तीफा देकर पार्टी के रणनीतिकारों के सामने तो असमंजस की स्थिति तो खड़ी ही की, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भी चिंता में डाल दिया है। पार्टी के लिए खड़े हुए इस संकट को लेकर स्थानीय नेता टिप्पणी करने से बच रहे हैं। यह भी उम्मीद लगा रहे हैं कि जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा। सभी मान रहे हैं कि पदाधिकारियों का पद से इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है। इसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।
● इस्तीफा कांड कराएगा पार्टी की किरकिरी ●
प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इस मामले पर यह कहते हुए टिप्पणी से इनकार कर रहे कि वह बैठक में है। उन्हें इस्तीफा प्रकरण की पूरी जानकारी नहीं है। प्रदेश के एक कद्दावर नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सामूहिक नेतृत्व के अंतर्गत काम करती है। अपनी समस्याओं का समुचित समाधान कर आगे बढ़ना इसे आता है। इस्तीफा सही है या गलत, के सवाल को वह टाल गए। उन्होंने इस्तीफा को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और यह कहते हुए बात समाप्त कर दी कि इस्तीफा कांड पार्टी की किरकिरी कराएगा।
● जिलाध्यक्ष के खिलाफ बिगुल फूंकने की तैयारी ●
पदाधिकारियों के इस्तीफे का दौर बदस्तूर जारी है। सूत्र बता रहे कि पद छोड़ने वाले शीर्ष नेतृत्व से मांग कर रहे है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में अगर कमल खिलाना है, तो इस जिलाध्यक्ष को हटा कर साफ छवि वाले जिलाध्यक्ष को जिले की कमान सौपा जाए। दल्लीराजहरा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में प्रदेश कार्यालय जाकर जिलाध्यक्ष के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी में है। प्रदेश प्रभारी तक बात पहुंचाई जा रही कि, जिले में पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से अलग हटकर काम रही है। पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।