भारतीय संस्कृति में उल्लास और अध्यात्म का पर्व है श्री कृष्ण जन्माष्टमी ,,संत श्री राम बालक दास

भारतीय संस्कृति में उल्लास और अध्यात्म का पर्व है श्री कृष्ण जन्माष्टमी ,,संत श्री राम बालक दास

भारतीय संस्कृति में उल्लास और अध्यात्म का पर्व है श्री कृष्ण जन्माष्टमी ,,संत श्री राम बालक दास

भारतीय संस्कृति में उल्लास और अध्यात्म का पर्व है श्री कृष्ण जन्माष्टमी ,,संत श्री राम बालक दास 

छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ बालोद जिला के श्री जामडी पाटेश्वर धाम के प्रमुख संत श्री राम बालक दास जी महात्यागी के द्वारा प्रतिदिन व्हाट्सएप ग्रुप में सुबह 10:00 बजे से 11:00 बजे तक ऑनलाइन सत्संग का आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों की संख्या में संत विद्वान माताएं बहने बंधु जोड़ते हैं और विभिन्न धार्मिक आध्यात्मिक सामाजिक विषयों पर साधनोपयोगी और व्यवहारिक चर्चा होती है इस परीचर्चा में 1 घंटे जुड़कर सभी आध्यात्मिक लाभ लेते हैं और भजन कीर्तन का भी आयोजन होता है।

आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर एक प्रश्न के उत्तर में संत श्री ने बताया की लीला पुरुषोत्तम वासुदेव श्री कृष्ण भारत देश की संस्कृति पुरुष हैं उन्होंने 16 कलाओं से पूर्ण होकर समस्त विश्व को आलोकित किया ओर अपनी लीला के माध्यम से सब को प्रसन्न किया अपने पराक्रम से दुष्ट शक्तियों का अंत किया,, अपने लीला ,,नृत्य ,,गायन ,,वादन,, से प्रकृति को प्रसन्न किया और साथ ही साथ महाविष्णु के अवतार होने के कारण उनकी लीला श्रीमद्भागवत,, भगवत गीता के रूप में पूरे ब्रह्मांड में प्रसिद्ध हुई इसीलिए योगेश्वर श्रीकृष्ण को जगतगुरु भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने गीता शास्त्र जैसा अनुपम शास्त्र अर्जुन को सुनाकर धन्य किया श्री कृष्ण जन्माष्टमी भाद्र कृष्ण पक्ष अष्टमी को आती है इसी दिन कंस के कारागार में माता देवकी के गर्भ से भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया श्री कृष्ण जन्मोत्सव भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में उत्सव के रूप में मनाया जाता है सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उल्लास के पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी को प्रत्येक परिवार को, प्रत्येक संस्था को अपने घरों में आयोजित करना चाहिए | 

नन्हे-मुन्ने बच्चों में भारतीय संस्कृति का छाप छोड़ने के लिए उन्हें कृष्ण रूप में, राधा रूप में श्रृंगार करना चाहिए अपने मंदिरों में विशेष साज-सज्जा करके पूजा का और भजन का आयोजन करना चाहिए समस्त समाज और परिवार के साथ मिलकर इस दिव्य आयोजन को आयोजित करना चाहिए और स्वादिष्ट सात्विक प्रसाद बनाकर सभी को वितरण करना चाहिए ,, इसी क्रम में श्री जामडी पाटेश्वर धाम में 19 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी रात्रि 12:00 बजे मनाई जाएगी और 15 दिनों के लिए झूला भी डाला जाएगा जो कि राधा अष्टमी तक चलेगा श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव एवं झूला उत्सव में संत श्री राम बालक दास जी ने प्रदेश वासियों को श्री जामडी पाटेश्वर धाम आने का निमंत्रण भी दिया साथ ही,
,,, बड़ी देर भई नंदलाला,,, भजन और श्री कृष्ण स्तुति के साथ आज का सत्संग संपन्न हुआ

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