SUGAR FREE के लेबल से सावधान
देश में रक्षा बंधन के साथ त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। हर साल रक्षा बंधन से लेकर नए साल तक पूरा देश अलग-अलग त्योहारों के साथ जश्न मनाता है और इसका सबसे जरूरी हिस्सा होता है…मुंह मीठा कराना। लेकिन पोस्ट कोविड दौर में जब लोगों को सेहत की चिंता पहले से ज्यादा है तो मीठे पर कंट्रोल करना भी जरूरी हो गया है। सेहत की यही चिंता LOW SUGAR और SUGAR FREE मिठाइयों का बड़ा बाजार तैयार करती है।
भारत में फूड प्रोडक्ट्स का बाजार करीब 60 हजार करोड़ का है और इसमें शुगर-फ्री प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी 500 करोड़ से ज्यादा की है। यह हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। SUGAR FREE के साथ ही LOW SUGAR या NO ADDED SUGAR ऐसे लेबल हैं जो सेहत की फिक्र करने वाले मिष्ठान प्रेमियों के बीच खासे लोकप्रिय हैं।
लेकिन अगर आप सिर्फ यह लेबल्स देखकर यह मान लेते हैं कि यह मिठाइयां या प्रोडक्ट्स आपका कैलोरी लेवल नहीं बढ़ाएंगी या शुगर को नियंत्रित रखेंगी तो संभल जाइए। पैकेज्ड उत्पादों के सिर्फ लेबल ही नहीं उन पर दिए गए NUTRITIONAL INFORMATION को भी ध्यान से देखिए।
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण यानी FSSAI कहता है कि LOW SUGAR का क्लेम वही प्रोडक्ट कर सकते हैं जिनमें प्रति 100 ग्राम वजन में शुगर की मात्रा 5 ग्राम से कम हो। SUGAR FREE होने के लिए प्रति 100 ग्राम वजन में शुगर की मात्रा 0.5 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।