नटखट बंशी बाले गोकुल के राजा , मेरी अखियाँ तरस गईं अब तो आजा,, अमर कृष्ण शास्त्री
कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा में बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ धूमधाम के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम में भागवत कथा वाचक पंडित अमर कृष्ण शास्त्री महाराज जी का सत्संग व कीर्तन आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत राधा कृष्ण वह भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी की मूर्ति पर फूल अर्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई अमर कृष्णा शास्त्री जी ने
अपनी अमृतवाणी से भगवान श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के बारे में विस्तार से बताया आज से लगभग साडे 5 हजार वर्ष पूर्व जब पृथ्वी पर पाप बड़ा अत्याचार बड़ा कंस जैसे पापियों ने प्रभु के भक्तों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया वह अपने आप को भगवान कहलाना शुरु कर दिया तब हर जगह त्राहि-त्राहि मच गई सभी भक्त जनों ने भगवान से प्रार्थना करने लगे और भक्तों की पुकार सुनकर प्रभु विष्णु के अवतार जगत के पालनहार ने देवकी की कोख से अवतार लिया कृष्ण के रूप में उसे बचाने के लिए रातों-रात प्रभु को मथुरा से गोकुल यशोदा मैया के पास पहुंचा दिया प्रभु ने अपनी बाल लीलाओं से पापियों का संघार किया वह कई भक्तों का उद्धार भी किया इंद्र का घमंड तोड़ा छोटी सी चीज पर गोवर्धन पर्वत भी उठाया भयंकर कालिया नाग के ऊपर खड़े होकर नित्य किया बाल गोपाल के संग माखन भी चोरी किया पूतना का भी उद्धार किया गोपियों संग रासलीला भी रचाई राधा संग प्रेम की बांसुरी बजाई जब तक पृथ्वी पर रहे तब तक भक्तों का उद्धार किया।
पापियों का सर्वनाश किया अर्जुन को अपना विराट रूप दिखाया महाभारत में पांडवों को विजय भी दिलाई जन्म से लेकर अंत तक हर बार उन्होंने एक ही बात कही कर्म करो और अच्छे कर्म करो भक्ति करो और मैं भक्तों के दिल में वास करता हूं मुझे मंदिर में मत खोजो मैं तुम्हारे अंदर हूं बस सच्चे मन से मुझे पुकारोगे तो मैं प्रकट हो जाऊंगा
महाराज जी के द्वारा
अपने मधुर अमृतवाणी से कई भक्ति भरे भजन गाए इसे सुनकर भजन भाव विभोर हो गए झूमने लगे
नंद भयो आनंद भयो जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पालकी
माखन चोर गोकुल के राजा अब तो आजा अखियां तरस गई तुम्हें देखने के लिए
राधे राधे जपेंगे तो आएंगे बिहारी
आला रे आला गोविंदा आला मटकी फोड़ गोपाला
साई जी के द्वारा भी श्री कृष्ण के भजन गाए गए
कन्हैया लाल लोली कृष्ण के झुलाया मां झूला झुलाया लोली
छोटी छोटी गईया छोटे छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो गोविंद गोपाल
ऐसे के भक्ति भरे भजन गाए
रात्रि 12:00 बजे आरती की गई भगवान कृष्ण को झूला झुलाया गया माखन मिश्री का भोग लगाया गया
प्रार्थना की गई पल्लो पाया गया रात्रि 12:30 बजे वरुण साई के द्वारा भक्तों के संग मटकी फोड़ी माखन खाया बाल गोपाल को भी खिलाया इस अवसर पर कई छोटे-छोटे बच्चे बाल गोपाल राधा कृष्ण बनकर आए थे साई जी के द्वारा सभी का सम्मान किया गया माखन खिलाया गया श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें छोटे बच्चों के द्वारा भक्ति भरे भजनों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया कार्यक्रम के अंत में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति के सदस्यों के द्वारा महाराज अमर कृष्ण शास्त्री जी का फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया गया जी ओर साई जी ने सम्मान किया शास्त्री जी का
आए हुए सभी भक्त जनों के लिए प्रभु का प्रसाद भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति व श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर