इस जीवन में ओर कुछ काम नहीं आएगा बस एक भगवान का नाम श्री राम ही काम आएगा ,,,, संत लाल साई
श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा आयोजित चालीहा महो उत्सव में आज श्री सिंधु अमरधाम आश्रम श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा के संत लाल साई जी का सत्संग का आयोजन किया गया साईं जी के आगमन पर संस्था के अध्यक्ष व पदाधिकारियों के द्वारा साई जी का फूलों की माला पहनाकर महिला मंडल के द्वारा आरती करके स्वागत किया गया।
सत्संग की शुरूआत भगवान झूलेलाल जी की मूर्ति पर वह फोटो पर माला अर्पण कर प्रार्थना करके की गई सत्संग में साई जी ने अपनी अमृत वाणी में कहा कि इस दुनिया में आप जितना भी चाहे धन इकट्ठा कर लो रुपया पैसा कमा लो प्रॉपर्टी बना लो पर कुछ काम नहीं आएगा सिवाय एक भगवान श्री राम का नाम ही काम आएगा दुख हो या सुख हो सुबह हो या शाम हो धूप हो या बरसात हो हर समय भगवान का शुकराना करें भगवान राम का नाम जपे जीवन के साथ साथ और मरने के बाद भी वही काम आएगा बाकी सब मोह माया है यहीं छूट के जाना है भगवान ने हमें मानव जीवन दिया है उसका सदुपयोग करें जो चीज साथ में जाएगी उसकी कमाई करें जीवन चलाने के लिए रुपया पैसा जरूरी है घर बार भी जरूरी है संसार भी जरूरी है पर भक्ति सबसे पहले जरूरी है भगवान राम का नाम सबसे पहले जरूरी है हर दुखों की दवा है हर जख्म का मलहम है हर तकलीफ का सिरप है प्रभु भगवान श्री राम का नाम रामायण काल का एक प्रसंग बताया जब वानर सेना समुद्र में सेतु बांध रही थी एक छोटी सी गिलहरी भी अपने छोटे छोटे हाथों से छोटे छोटे कंकड़ डाल रही थी एक वानर ने देख लिया
गिलेहरी को भगवान श्री रामचंद्र जी के पास ले गए भगवान रामचंद्र जी ने पूछा तुम जो छोटे छोटे हाथों से कंकड़ समुद्र में डाल रही हो उससे क्या होगा प्रभु इस धर्म युद्ध में समुद्र में बन रहे सेतु में मेरा भी एक छोटा सा सहयोग रहा इस बात की मुझे बहुत खुशी होगी कि मैं आपके कुछ तो काम आई मेरा नाम इतिहास में नहीं लिया जाएगा और ना हीं किसी ग्रंथों में लिखा जाएगा पर मुझे इस बात की बहुत खुशी होगी आत्मा को शांति मिलेगी की इस बन रहे सेतु में मेरा छोटा सा सहयोग रहा
यह बात सुनकर भगवान रामचंद्र जी बहुत प्रसन्न हुए और उस गिलहरी के ऊपर अपना हाथ फेरा आज भी अगर आप देखेंगे तो आपको दिख जाएंगे वह गिलहरी के ऊपर तीन सफेद निशान भगवान श्री रामचंद्र जी के उंगलियों के निशान हैं उस गिलहरी को भगवान रामचंद्र जी का आशीर्वाद मिला और जो वह छोटे-छोटे कंकर समुद्र में फेंक रही थी वह कंकड़ बहुत काम आए जब सेतू बन रहा था वानर सेना पत्थर डाल रही थी तब बीच में छोटे-छोटे सेतू में छेद हो रहे थे उन सेदो को भरने के लिए छोटे-छोटे कंकर बहुत काम आए तो काम छोटा या बड़ा नहीं होता इंसान छोटा या बड़ा नहीं होता अगर वह मन से श्रदा भक्ति से छोटा सा भी अगर कोई काम कर ले वह निहाल हो जाता है वह अपनी सोच है कि हम उस काम को छोटा या बड़ा समझ रहे हैं एक छोटी सी चींटी भी हाथी की मौत का कारण बन सकती है कभी भी यह न सोचे कि छोटा काम है मैं क्यों करूं जो काम मिलता है करें और दरबार की सेवा मंदिर की सेवा संतों की सेवा माता पिता की सेवा यह सब भाग्यशाली लोगों को मिलती है हर किसी को नहीं मिलती हर कोई आज यहां सत्संग में नहीं पहुंच पाया है आप बड़े भाग्यशाली हैं जो सत्संग में आए हैं श्री झूलेलाल चालिहा महोत्सव की महिमा बताई चालीहा का उपवास रखने से तन मन व आत्मा को क्या फायदे होते हैं यह बताया इस अवसर पर वरुण साई कटनी से आए आकाश म्यूजिकल पार्टी वह रवि रूपवनी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाय जिसे सुनकर भक्तजन भाव विभोर हो गए साई जी ने भी भक्ति भरे भजन गाए
ठार माता ठार पहंजे बछड़े के ठार
छोटी छोटी गईया छोटे छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो नंद गोपाल
चालीहो आयो आ झूलेलाल जो जयको चेवंदो झूलेलाल टेहंजा थिना
बेड़ा पार
ऐसे कई और भक्ति भरे
भजन गाए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे
कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई प्रार्थना की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया संस्था के अध्यक्ष व पदाधिकारियों के द्वारा संत लाल साई जी वरुण साई जी का शाल ओढ़ाकर श्रीफल देकर सम्मान किया गया वह आशीर्वाद लिया गया कार्यक्रम के अंत में भगवान झूलेलाल का प्रसाद आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष जगदीश हरद्वानी नानक नागदेव विजय दुसेजा जगदीश जगियासी गोविंद दुसेजा सेवक राम वाधवानी गन्नू चावला इंदर गंगवानी फेरू अड़वानी विजय हरियानी उत्तम चंद बोधवा नी महेश आडवाणी रमेश टैकचंदानी प्रकाश शिवदासानी संस्था के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर