सरकारी नौकरियों का दावा फेल, बेरोजगारी के सवालों में भूपेश सरकार का उलझाने का खेल : विक्रम ध्रुवे

सरकारी नौकरियों का दावा फेल, बेरोजगारी के सवालों में भूपेश सरकार का उलझाने का खेल : विक्रम ध्रुवे

सरकारी नौकरियों का दावा फेल, बेरोजगारी के सवालों में भूपेश सरकार का उलझाने का खेल : विक्रम ध्रुवे

सरकारी नौकरियों का दावा फेल, बेरोजगारी के सवालों में भूपेश सरकार का उलझाने का खेल : विक्रम ध्रुवे


डौंडी/दल्ली राजहरा:- भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा बालोद जिला अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि श्री विक्रम धुर्वे जी ने कहा कि बेरोजगारी के सवालों को छत्तीसगढ़ सरकार आंकड़ों की बहस पर उलझा कर कमजोर करना चाह रही है। श्री ध्रुवे जी ने मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार से सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि उसने सेंटर फार मोनिटरिंग इंडियन इकोनामी( सीएमआइई) को अपना हथियार बना रखा है। जबकि ,अर्थशास्त्री व रविशंकर विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर जेएल भारद्वाज के अनुसार बेरोजगारी की रिपोर्ट सैंपल सर्वे के आधार पर तैयार की जाती है। संस्थान हर महीने अलग-अलग सेक्टर के 15 से 20 फ़ीसदी लोगों के बीच सर्वे कर अपनी रिपोर्ट जारी कर देती है। श्री ध्रुवे जी ने कहा इन आंकड़ों को मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार अपने हिसाब से व्याख्या कर प्रदेश की बेरोजगारी दर देश में सबसे कम 0.8 प्रतिशत थी ।भूपेश सरकार पिछले साढे तीन साल में सरकारी और निजी क्षेत्र में करीब पांच लाख लोगों को रोजगार देने का दावा कर रही है। इसके बावजूद छत्तीसगढ़ राज्य में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 18 लाख है। श्री ध्रुवे जी ने कहा कि आंकड़ों की बाजीगरी के आधार पर प्रदेश के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह का कहना कितना सटीक है कि छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को ठगा जा रहा है। पांच लाख नौकरी की लिस्ट देखकर उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है। मगर यह दावे झूठे हैं, यह दावा किताबी है। श्री ध्रुवे जी ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार का बेरोजगारी पर आंकड़ा सिर्फ विज्ञापन में है। विधानसभा में आंकड़ा कुछ और है और विज्ञापन का कुछ और है। इन्होंने विज्ञापन में 3 साल में पांच लाख नौकरियां दे रखी है, लेकिन जैसे सर्वे कहता है धरातल में कुछ और है और केवल 16 हजार लोगों को नौकरी मिली है। बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है। आज लाखों लोग नियमितीकरण को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। रोजगार सहायकों ने नियमितीकरण को लेकर 400 किलोमीटर लंबी एक दांडी यात्रा जिसे तिरंगा यात्रा का नाम दिया गया था। बावजूद इस ढीठ सरकार ने उनके नियमितीकरण का अपने घोषणापत्र का वादा पूरा नहीं किया। बेरोजगारी के यह आंकड़ा पूरी तरह से युवाओं को मुंह चिढ़ाने वाला है। श्री ध्रुवे जी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उनके दावों को फर्जी बताते हुए कहा कि जैसा सर्वे कहता है प्रदेश में बेरोजगारी दर बहुत अधिक है हर पांच में एक व्यक्ति के पास नौकरी नहीं है। श्री ध्रुवे जी ने कहा की छत्तीसगढ में कांग्रेस की भूपेश सरकार छत्तीसगढ की जनताओ और युवाओं के साथ छल कपट कर रही है और बेरोजगारी दर में वृद्धि कर रही है।

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