संत बाबा हरदास राम साहेब संत बाबा गेलाराम साहिब जी गोदड़ी धाम का 23 वा स्थापना दिवस हर्षो उल्लास के साथ संपन्न हुआ.
ब्रह्म स्वरूप संत बाबा हरदास राम साहेब एवं संत बाबा गेलाराम साहेब दरबार जहराभ!टा सिंधी कॉलोनी स्थित दरबार का स्थापना दिवस बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ संपन्न हुआ..कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:00 बजे झंडा वंदन से हुआ 11:00 बजे अखंड धूनी साहब पाठ आरंभ हुआ 11:30 बजे Trijadi माता की कथा की गई व झूला झुलाया गया.
12:00 बजे भगवान झूलेलाल जी की पूजा अर्चना कर बहराणा साहब की ढोल बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो कि दरबार साहब से निकलकर नगर भ्रमण किया शोभा यात्रा का जगह जगह आतिशबाजी फूलों की वर्षा के साथ स्वागत किया गया भक्तों के द्वारा जगह-जगह खाने-पीने के प्रसाद के स्टाल भी लगाए गए थे जोरा पारा तलाब पहुंचकर यहां पर विधि विधान के साथ बहराणा साहब का तालाब में विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को प्रहावित किया गया संध्या 7:30 बजे अखंड धूनी साहब के पाठ साहब को भोग लगाया गया रात्रि 8:00 से 11:00 बजे तक बाबा आनंद राम दरबार चकरभाटा से एकादशी वाले बलराम भैया जी के द्वारा अपनी अमृतवाणी से साध संगत को सत्संग से निहाल किया।
सत्संग में बलराम भैया ने बाबा हरदास राम बाबा गेलाराम साहेब जी के जीवन के बारे में प्रकाश डाला और कहा कि बाबा सच्चे संत थे जिन्होंने हमेशा दीन दुखियों गरीबों की सेवा की लोगों का उद्धार किया बाबा गेलाराम हमेशा अपने गुरु बाबा हरदास राम की सेवा में लगे रहते थे यहां तक कि अपने घर परिवार की चिंता नहीं करते थे गुरु की सेवा को ही अपना धर्म और कर्म माना था वह अंत तक अपने गुरु के साथ रहे जब बाबा ब्रह्मलीन होने के बाद जलगांव मैं बाबा गेला राम साहिब जी को गद्दी पर बैठाया गया तो उन्होंने अपने गुरु के दिखाए हुए मार्ग पर चलकर सेवा कार्य को आगे बढ़ाया और भक्तों में ही भगवान बसता है दीन दुखियों की सेवा करना मूक जानवरों की सेवा करना प्यासे को पानी पिलाना भूखे को खाना खिलाना और सेवा के अन्य परोपकारी कार्य दरबार साहब के माध्यम से चलते रहे निरंतर उन्हीं के सानिध्य में देशभर में 70 से अधिक स्थानों पर दरबार साहब की स्थापना हुई उन दरबार के माध्यम से सामूहिक विवाह, सामूहिक जनेऊ संस्कार, स्वास्थ्य शिविर व निरंतर आने वाले लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था भोजन की व्यवस्था सुबह शाम सत्संग कीर्तन के कार्य चलते रहते हैं।
बलराम भैया जी ने कहा आप रोज तुलसी माता की पूजा करें संत महत्मा गाय माता एवं साधु-संतों में ही भगवान का वास होता है उनकी सेवा सत्कार करने से आपको पुण्य फल प्राप्त होगा बाबा हरदास राम साहेब जी ने बाबा गेलाराम साहेब जी से एक दिन कहां की आप अपना व्यापार बंद करके यहां सेवा करने के लिए मत आया करे वही पर सेवा करें उन्होंने कहा ठीक है जो आपकी आज्ञा अगले वर्ष फिर से बाबा गेलाराम साहिब जी अपनी दुकान खुली छोड़कर जलगांव साहब मैं सेवा करने चले गए तब एक भक्त ने जाकर अंदर बाबा हरदास राम जी को बताया की बाबा गेलाराम साहिब जी यहां सेवा करने आए हैं इस पर बाबा गेलाराम साहेब ने कहा कि आपने दुकान बंद करने से मना किया था तो इसलिए मैं दुकान खुली छोड़ कर जलगांव में सेवा करने आया हूं तब बाबा हरदास राम साहिब जी ने उनके इस भक्ति भाव को देखकर कहा कि अब आप यहां पर मन से सेवा करिए आप यहां पर पूर्ण रूप से सेवा करिए बाबा हरदास राम साहिब जी के ब्रह्मलीन होने के बाद बाबा गेलाराम साहब जी को उनके स्थान पर गद्दी पर बैठाया गया।
बलराम भैया जी के द्वारा बाबा गेलाराम साहेब जी एवं श्री राधा कृष्ण के कई भक्ति भरे भजन गाए ...इस दिल की धड़कन में बाबा गेलाराम बाबा हरदास राम साहेब रहते हैं
राम आया है श्याम आया है गायों का गोपाल आया है
राधे राधे जपना तो होगे निहाल कहीं ना कहीं तो मिलेंगे कृष्ण गोपाल
शाम की राधा बोलो शाम की राधा
यह जलगांव वाला घनश्याम है बाबा गेलाराम है
जय बाबा जय बाबा
बाबा गेलाराम मस्त है बाबा हरदास राम जबरदस्त है
ऐसे कई और भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे आखिर में आरती की गई अरदास की गई व विश्वकल्याण के लिए पल्लो पाया गया केक काटा गया बाबा को भोग लगाया गया साथ संगत में वितरण किया गया बाबा का प्रसाद आम भंडारे का आयोजन किया गया।
बड़ी संख्या में भक्त जनों ने भंडारा ग्रहण किया अपने शरीर को आत्मा को तृप्त किया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में राजकुमार लालचंदानी, अशोक डगवानी, राजा लालचंदानी, हरीश लालचंदानी, गोविंद गिद्वानी, राजकुमार कलवानी, प्रह्लाद गिद्वानी, गोपी गंगवानी, देवानंद शिताजा, ईश्वर गिदवानी , मोहनलाल डेमरा,रवि प्रितवानी, संतोष लालचंदानी, हरीश लालचदनी, डॉक्टर हुंदल दास सोमनानी, विशाल लालचंदानी, महिला मंडल की सदस्य सरिता लालचंदानी, रेखा लालचंदानी,माया डेमरा, स्वेता असरानी,कुमारी लालचंदानी, लक्ष्मी सोमनानी, रेखा हिंदूजा, राजकुमारी लालचंदानी, अनीता लालचंदानी, सोनिया लालचंदानी, सिया लालचंदानी का विशेष सहयोग रहा। यह जानकारी राजकुमार कलवानी के द्वारा दी गई।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर