हाथियों का आतंक:राजनांदगांव जिले में ग्रामीण को कुचला, तो वहीं बालोद में दो हफ्ते के अंदर बुजुर्ग महिला समेत 2 लोगों की ली जान

हाथियों का आतंक:राजनांदगांव जिले में ग्रामीण को कुचला, तो वहीं बालोद में दो हफ्ते के अंदर बुजुर्ग महिला समेत 2 लोगों की ली जान

हाथियों का आतंक:राजनांदगांव जिले में ग्रामीण को कुचला, तो वहीं बालोद में दो हफ्ते के अंदर बुजुर्ग महिला समेत 2 लोगों की ली जान

हाथियों का आतंक:राजनांदगांव जिले में ग्रामीण को कुचला, तो वहीं बालोद में दो हफ्ते के अंदर बुजुर्ग महिला समेत 2 लोगों की ली जान


छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव और बालोद के ग्रामीण इलाकों में हाथियों का उत्पात जारी है। दोनों ही जिलों में हुई अलग-अलग घटना में हाथियों के कुचलने से बुजुर्ग महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। इससे इलाके में दहशत का माहौल है।

राजनांदगांव के मोहला मानपुर क्षेत्र के ग्राम भैंसबोड़ में हाथियों ने संतराम मंडावी (45 वर्ष) नाम के ग्रामीण को कुचल दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।

घटना रक्षाबंधन के दिन 11 अगस्त को हुई। जैसे ही इस बात की जानकारी हुई, वैसे ही मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और संसदीय सचिव (छग शासन) इंद्रशाह मंडावी ने भैंसबोड़ गांव पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। विधायक ने शोक संतप्त परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। विधायक इंद्रशाह मंडावी ने कहा कि वे प्रशासनिक अधिकारियों से बात करेंगे और जो भी आर्थिक सहायता हो सकती है, उसे भी दिलवाने की कोशिश करेंगे।

दोबारा इलाके में हाथियों की धमक

मोहला पानाबरस पंचायत के भैंसबोड़ गांव में हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहा है। कुछ समय पहले भी हाथियों का दल भैंसबोड़ गांव में पहुंचा था, लेकिन उस वक्त वन विभाग की टीम ने इन्हें यहां से खदेड़ दिया था, लेकिन अब ये वापस यहां आ गए हैं।

भैंसबोड़ गांव में इस तरह की पहली मौत

बड़ी बात ये है कि इससे पहले हाथियों का दल कई बार यहां आ चुका है, लेकिन उसने कभी किसी ग्रामीण की जान नहीं ली थी। हाथी उत्पात मचाते थे, फसलों को नुकसान पहुंचाते थे, अनाज चट कर जाते हैं, लेकिन कभी किसी को मारा नहीं था। वन विभाग और गांववालों के लिए ये भी चिंता का विषय है।

बालोद में हाथियों ने बुजुर्ग महिला को कुचला

इधर बालोद में भी गुरुवार को हाथी के कुचलने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। इसके साथ ही दो हफ्ते के अंदर यहां हाथियों के हमले के कारण अब तक दो मौतें हो चुकी हैं। वहीं पिछले दो सालों के आंकड़ों की बात करें, तो ये पांचवीं मौत है। इन सभी को हाथियों ने कुचल दिया था। जानकारी के अनुसार, ताजा घटना में बुजुर्ज महिला मोहंतीन बाई शौच के लिए गई थी, तभी हाथी वहां पहुंचे और उस पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उसकी जान चली गई।

ग्राम सोहतरा की घटना

ये घटना गुरूर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम सोहतरा की है। वहीं महिला की मौत की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव की शिनाख्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

1 अगस्त को किसान को कुचलकर मार डाला था हाथियों ने

इससे पहले 1 अगस्त को हाथियों ने बालोद जिले के मुल्ले गांव में एक किसान को घसीट-घसीटकर मार दिया था। घटना के वक्त किसान रामजी सिंगरामे अपने खेत में फसल देखने गया था। उसी दौरान 2 हाथी वहां पहुंचे थे। हाथियों ने कुछ दूर तक किसान को घसीटा। इसके बाद पैर से कुचलकर उसे मार डाला। इसके बाद वे गांव की तरफ चले गए थे। कुछ देर तक गांव में रहने के बाद फिर दोनों हाथी जंगल की तरफ चले गए थे।

हाथियों का दल रात में मचाता है उत्पात, दहशत में लोग

गुरूर विकासखंड के सोहतरा गांव में हाथियों का दल पिछले कई दिनों से उत्पात मचा रहा है। अधिकतर हाथी रात के समय आते हैं और फसलों को रौंदकर चले जाते हैं। फसलों की सुरक्षा के लिए लोग खेतों में पहरा देने और रतजगा करने को मजबूर हैं। खासतौर पर हाथियों का निशाना गन्ने और धान के खेत होते हैं। कई बार लोग खेत बचाने के चक्कर में अपनी जान नहीं बचा पा रहे हैं।

डौंडी और गुरूर रेंज में सक्रिय हैं हाथी

वन विभाग का कहना है कि हाथियों का यह दल 3 भागों में बंट गया है। एक दल डौंडी रेंज की ओर है, तो दूसरा दल गुरूर के अलग-अलग जगहों पर विचरण कर रहा है। रोजाना हाथियों के मूवमेंट की अपडेट ली जा रही है। हाथियों का दल पर्यटन स्थल सियादेवी क्षेत्र भी विचर रहा है, जिससे यहां आने वाले लोगों में खौफ का माहौल है।

इन लोगों की भी गई थी जान

इससे पहले इन दो सालों के दौरान हाथियों के कुचले जाने से लिमउडीह निवासी डोमेंद्र ध्रुवे, उम्र 17 वर्ष, अरजगुंडा निवासी भगवान सिंह, उम्र 50 वर्ष और कुरूभाट निवासी संतोष भूआर्य की भी मौत हो गई थी।

लगातार हाथी पहुंचा रहे जान-माल को नुकसान

बालोद में लगातार हाथी जान-माल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। दो हफ्ते पहले 24 हाथियों का दल कुछ समय पहले बालोद जिले में पहुंचा था। वन विभाग भी अब अलर्ट मोड पर है। विभाग ने लोगों को भी सतर्क रहने कहा है। वन विभाग की टीम अब इन हाथियों पर नजर रख रही है।

वहीं यहां करीब सालभर पहले 4 महीने के हाथी के बच्चे की मौत भी हो गई थी। खेत में ही वो गिर गया था, जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई थी। वन विभाग ने उसकी जान बचाने की कोशिश की, लेकिन वो बच नहीं पाया।

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