ग्राम जेवरतला में निर्मित आदर्श गौठान कई दृष्टि से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए साबित हुआ बहुउपयोगी

ग्राम जेवरतला में निर्मित आदर्श गौठान कई दृष्टि से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए साबित हुआ बहुउपयोगी

ग्राम जेवरतला में निर्मित आदर्श गौठान कई दृष्टि से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए  साबित हुआ बहुउपयोगी

ग्राम जेवरतला में निर्मित आदर्श गौठान कई दृष्टि से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए  साबित हुआ बहुउपयोगी

राज्य शासन की महत्वाकंाक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना के अंतर्गत जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम जेवरतला में निर्मित आदर्श गौठान कई दृष्टि से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए बहुउपयोगी साबित हो रहा है। पशुधन की सुरक्षा के साथ-साथ उनके संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु शुरू की गई गौठान योजना राज्य शासन की मंशानुरूप मल्टीएक्टिविटी संेटर के रूप में विकसित होकर आज विभिन्न आजीविकामूलक कार्यों के माध्यम से ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के जिंदगी को संवारने एवं सुधारने का कारगर माध्यम बन गया है। जेवरतला गौठान में निरंतर आजीविकामूलक गतिविधियाॅ संचालित होने से आज यह गौठान पशुधन के संरक्षण एवं संवर्द्धन की उपयुक्त स्थल होने के साथ-साथ ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दृष्टि से आशा एवं आकांक्षा का केन्द्र बन गया है।

जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड में डौण्डीलोहारा से राजनांदगांव मुख्य मार्ग पर स्थित ग्राम जेवरतला का आदर्श गौठान कुल 07 एकड़ के विशाल क्षेत्र में निर्मित किया गया है। इसमें से साढ़े 03 एकड़ क्षेत्र को चारागाह बनाया गया है, जिसमें लगभग 01 एकड़ क्षेत्र में नेपियर घास लगाया गया है। गौठान समिति के अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम दास साहू ने बताया कि गाॅव के कुल 764 मवेशियों में से लगभग 750 मवेशियों को पशुपालक प्रतिदिन इस गौठान में लाते हैं। उन्होंने बताया कि गौठान में 07-08 क्विंटल से लेकर 11-12 क्विंटल प्रतिदिन गोबर की खरीदी हो रही है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट निर्माण करने की जिम्मेदारी ग्राम के शारदा महिला स्वसहायता समूह को दी गई है। स्वसहायता समूह के द्वारा अब तक लगभग 624 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री जेवरतला में स्थित आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के माध्यम से की गई है। जेवरतला गौठान में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौ-मूत्र की खरीदी कार्य भी निरंतर जारी है। गौठान में प्रतिदिन लगभग 50 लीटर के हिसाब से अब तक 1597 लीटर गौ-मूत्र की खरीदी कर ली गई है, जिसमें से 415 लीटर गौ-मूत्र से जैविक कीट नियंत्रक दवाई ब्रम्हास्त्र का निर्माण भी कर लिया गया है। गौ-मूत्र की खरीदी एवं जैविक कीट नियंत्रक दवाई बनाने की जिम्मेदारी ग्राम की शक्ति महिला स्वसहायता समूह को दी गई है। पशुधन विभाग के द्वारा इस कार्य के लिए शक्ति महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है। शक्ति महिला स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती भगवती साहू ने बताया कि गौठान में गौ-मूत्र की खरीदी कार्य प्रारंभ होने से बड़ी संख्या में पशुपालक गौ-मूत्र की बिक्री के लिए पहुॅच रहे हैं। इसके साथ ही उनके द्वारा निर्मित जैविक कीट नियंत्रक दवाई की माॅग भी अच्छी खासी है।  

ग्राम की शक्ति महिला स्वसहायता समूह द्वारा गौठान में दुग्ध उत्पादन का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए गौठान परिसर में पशु शेड का भी निर्माण किया गया है। वर्तमान में इस पशु शेड में 06 गाय और 05 बछडे़े हैं। शक्ति महिला स्वसहायता समूह की सदस्य श्रीमती ललिता कौर ने बताया कि स्वसहायता समूह के द्वारा अब तक 05 हजार 113 लीटर दुध की बिक्री 27 रूपए प्रति लीटर की दर से की गई है, जिससे कुल 01 लाख 38 हजार रूपए की आमदनी प्राप्त हुई है। इसके अलावा जेवरतला के गौठान में नारी शक्ति स्वसहायता समूह द्वारा बकरीपालन का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए अलग से बकरीपालन शेड का निर्माण किया गया है। वर्तमान में बकरीशेड में कुल 39 बकरा-बकरी का पालन किया जा रहा है। अभी हाल में ही 02 बकरे की बिक्री 23 हजार रूपए में की गई है। इसके साथ ही जेवरतला गौठान में माॅ भानेश्वरी स्वसहायता समूह की महिलाओं के द्वारा मशरूम उत्पादन का कार्य भी सफलतापूर्वक किया जा रहा है। गौठान में उत्पादित मशरूम की बिक्री भी अच्छी हो रही है। जिससे स्वसहायता समूह की महिलाओं को अच्छी आमदनी हो रही है। इस गौठान के चारागाह में पर्यावरण सुरक्षा एवं सौंदर्यीकरण की दृष्टि से आम, अमरूद, करंज, नीम, अशोक, शिव बबूल, कटहल, गुलमोहर आदि फलदार व औषधिय पौधों का रोपण भी किया गया है। साथ ही गौठान एवं चारागाह में समुचित मात्रा में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने मनरेगा के माध्यम से कुएं का भी निर्माण किया गया है। इस तरह से ग्राम जेवरतला का यह आदर्श गौठान ग्रामीणों एवं जरूरतमंद लोगों के लिए कई दृष्टि से अत्यंत उपयोगी सिद्ध होकर उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध करा रहा है। इस गौठान के निर्माण होने से ग्रामीणों को घुमंतु पशुओं की समस्या से मुक्ति दिलाकर उनके फसलों की सुरक्षा के साथ-साथ गौठान में प्र्याप्त मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट एवं जैविक कीट नियंत्रक निर्मित होने से कृषि भूमि एवं फसलों को रासायनिक खाद तथा कीटनाशक दवाईयों से होने वाले दूष्प्रभावों से भी निजात दिला रहा है। इसके साथ ही यह आदर्श गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर ग्रामीणों की आर्थिक संबलता जैसे अनेक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभकारी होकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के परिकल्पना को साकार कर रहा है



श्री ओम गोलछा जी की खबर 


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