दो साल बाद गर्भगृह से गंगा मैया के दर्शन कर सकेंगे भक्त, मेला भी लगेगा
शारदीय नवरात्र को लेकर जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर स्थित झलमला के गंगा मैया मंदिर में रविवार को सुबह से देर शाम तक तैयारियां चलती रही। वहीं नवरात्र शुरू होने के पहले ही यहां भक्तों की भीड़ रही। अधिकांश भक्त सेल्फी लेते नजर आए। दिनभर यहां का माहौल उत्साह व भक्तिमय रहा। अमूमन नवरात्र शुरू होने के बाद भक्त पहुंचते है, लेकिन इस बार एक दिन पहले, ऐसा लगा मानो नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है। बालोद-झलमला मुख्य मार्ग से गुजरने वाले भक्त यहां देर शाम तक पहुंचकर माता का दर्शन करते नजर आए।
भास्कर टीम पहुंची तो मंदिर ट्रस्ट की ओर से कैलाश गुफा स्थित मूर्तियों का रंगरोगन हो रहा था। जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। परिसर में नारियल, प्रसाद, चुनरी संबंधित दुकानें सजकर तैयार हो चुकी है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इस बार कोई प्रतिबंध नहीं हाेने के कारण भक्तों के साथ यहां दुकान में लगाने वाले लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। अच्छे कारोबार की उम्मीद है।
डोंगरगढ़, रायपुर व धमतरी की चुनरी चढ़ेगी दरबार में, ऑनलाइन दर्शन की भी सुविधा
श्रीफल दुकान के विक्रेता रामजी साहू ने बताया कि डोंगरगढ़, रायपुर और धमतरी से चुनरी लाते हैं। जनरल सामान जैसे प्रसाद बालोद से खरीदी करते हैं। वहीं देवी-देवताओं की फोटो, पोस्टर धमतरी से लाते हैं। साथ ही श्रृंगार सामान जैसे माला, मुंदरी आदि रायपुर व धमतरी जिला से खरीदी करते हैं।
छोटे व्यापारियों को इस बार बेहतर व्यापार होने की उम्मीद है, क्योंकि दो साल बाद शारदीय नवरात्र में बंदिशें नहीं लगी है, इसलिए भक्तों की भीड़ नवरात्र तक रहने का अनुमान है। इस बार मेला भी लगेगा। ऐसे में दूरस्थ जिलों के भक्त भी आएंगे। 2020 व 2021 में शारदीय नवरात्र के दौरान मेला नहीं बल्कि बंदिशें लगी थी। जिसके कारण लोगों को दूर से ही दर्शन करने का मौका मिला था।
पंचमी के दिन भी माता का विशेष शृंगार किया जाएगा
मंदिर ट्रस्ट प्रमुख सोहन लाल टावरी ने बताया कि नवरात्र के पहले व पंचमी पर माता का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इसके अलावा रोजाना श्रृंगार होगा। सुबह व शाम महाआरती होगी। ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन दर्शन का लाभ भक्त ले सकेंगे। सीसीटीवी कैमरे के अलावा 4-5 एलईडी डिस्पले लगाया गया है। इससे मंदिर परिसर में उपस्थित हर भक्त की निगरानी की जाएगी। पार्किंग स्थल चिन्हांकित हो चुका है, जहां भक्त अपनी गाड़ी पार्क करेंगे।