जनवादी लेखक संघ का राष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में सम्पन्न- छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ साहित्यकारों ने दर्ज कराई विशिष्ट उपस्थिति

जनवादी लेखक संघ का राष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में सम्पन्न- छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ साहित्यकारों ने दर्ज कराई विशिष्ट उपस्थिति

जनवादी लेखक संघ का राष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में सम्पन्न- छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ साहित्यकारों ने दर्ज कराई विशिष्ट उपस्थिति

जनवादी लेखक संघ का राष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में सम्पन्न- छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ साहित्यकारों ने दर्ज कराई विशिष्ट उपस्थिति

रायपुर। जनवादी लेखक संघ का 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन 23 से 25 सितम्बर तक जयपुर में सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ से लेखक, आलोचक, कवि और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया । 23 से 25 सितंबर 2022 को पंचायती राज भवन जवाहर लाल नेहरू मार्ग जयपुर राजस्थान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही सशक्त वैचारिक गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ *मनुवादी-फासीवादी हमलों के खिलाफ साहित्यकार* विषय पर वैचारिक संगोष्ठी के साथ संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा हुई। आज के सांप्रदायिक-फासीवादी माहौल में धर्मनिरपेक्षता और आम जनता के जनवादी अधिकारों की रक्षा के संघर्ष में संस्कृतिकर्मियों और बुद्धिजीवियों की महती भूमिका के उद्देश्य पूर्ति के लिए उन्हें एकजुट करने की जरूरत चर्चा के केन्द बिन्दु रहे । 

कार्यक्रम में बालोद जिला से वरिष्ठ साहित्यकार अशोक आकाश की गरिमामयी उपस्थिति रही, उन्होने बताया कि जयपुर के जवाहर कला केंद्र में आयोजित 10वें राष्ट्रीय सम्मेलन में पूरे देश से 500 से अधिक साहित्यकार कलाकार एवं साहित्य प्रेमियों ने हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ से इस सम्मेलन में 10 प्रतिनिधियों की भागीदारी रही, जिसमें प्रसिद्ध लेखक डॉ.परदेशी राम वर्मा ,संजय पराते, जनवादी कवि गजेन्द्र झा,हामिद अहमद सिकंदर, कवि विजय सिंह, शायर मुमताज, रंगकर्मी अशोक बम्बार्डे शामिल रहे।

उन्होंने बताया कि जलेसं के इस सम्मेलन का उदघाटन प्रसिद्ध पत्रकार पी. साईनाथ ने किया, अध्यक्षता असगर वज़ाहत ने की । मुरली मनोहर सिंह और जीवन सिंह विशिष्ट वक्ता रहे। अपने सांप्रदायिकता विरोधी लेखन के लिए चर्चित राम पुनियानी सम्मेलन के मुख्य अतिथि रहे। लेखकों-संस्कृतिकर्मियों के इस तीन दिनी समागम को चंचल चौहान, आनंद कुमार, नंदिता नारायण, रतनलाल, बेंजवाड़ा विल्सन जैसे कई बुद्धिजीवीयों ने संबोधित किया । विचार संप्रेषण के साथ देश के कोने कोने से पधारे चर्चित कवि साहित्यकारों के लगभग पचास पुस्तकों का विमोचन किया गया। विश्वस्तरीय लेखकों के श्रेष्ठ साहित्य प्रदर्शनी आकर्षण के केन्द्र बिन्दु रहे जहॉ साहित्यकारों को पसंदीदा पुस्तकें उचित मुल्य में उपलब्ध थे। सभी साहित्यकारों को जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन के यादगार स्वरूप उपहार प्रदान कर विदाई सम्प्रेषित की गई। कवि सम्मेलन सत्र में वरिष्ठ कवि राघवेन्द्र रावत जयपुर के संचालन में देश भर से उपस्थित कवियों ने श्रेष्ठ कविताओं का पाठ कर जनवादी विचार क्रांति से जनमानस को अवगत कराया, इसमें हमारे छत्तीसगढ़ से पहुंचे साहित्यकारों ने कविता पाठ कर जनचेतना जागृति का संदेश दिया। राज्स्थान प्रांत के जनवादी लेखक संघ के साहित्यकारों के आवभगत से सभी अभिभूत हुए।  

वरिष्ठ साथी संजय पराते एवं गजेन्द्र झा के नेतृत्व में जनवादी लेखकीय विचार से साहित्यिक परिपुष्टि का संकल्प लिये साहित्यकारों की वापसी हुई। 
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में इस समय दुर्ग, बालोद, धमतरी, कवर्धा, भाटापारा, चांपा-जांजगीर, बिलासपुर, बेमेतरा, राजनांदगांव जिलों में जनवादी लेखक संघ की सक्रिय इकाईयां हैं। जनवादी लेखक संघ की छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय अधिवेशन दिसंबर माह में भिलाई में आयोजित किये जाने पर सहमति बनी। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ परदेशी राम वर्मा राष्ट्रीय कार्य परिषद् में चुने गये। इस विशेष उपलब्धि पर बालोद जिला के साहित्यकारों ने खुशी व्यक्त की है।

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