हर नारी के प्रति सम्मान की भावना हो : बीके विजयलक्ष्मी दीदी
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आत्मज्ञान भवन आमापारा में भाई दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में भाई-बहनों को परमात्मा के महावाक्य ज्ञान पर प्रवचन के बाद ज्ञान चिंतन पर विवेचना की गई। ज्ञान को अपने जीवन में धारण करने की प्रतिज्ञा कराई गई। भैया दूज के उपलक्ष्य में सभी भाई-बहनों को आत्म स्मृति स्नेह का तिलक लगाकर मुख मीठा करवाया गया और सत गुरुवार का भोग वितरण किया गया, आध्यात्मिक आंतरिक खुशी के लिए विश्व सुख-शांति और धन-संपदा से संपन्न रहने का संकल्प लिया गया।
संस्था की मुख्य संचालिका राजयोगिनी बीके विजयलक्ष्मी दीदी ने भाई दूज के अर्थ और महत्व को बताते हुए कहा महाकाल परमात्मा को कहा जाता हैं। परमपिता परमात्मा के हम सब संतान हैं और संतान होने के नाते हम सब भाई-बहन हैं। उन्होंने कहा शुभ दृष्टि,श्रेष्ठ दृष्टि रखें। हर नारी के प्रति सम्मान की भावना हो आत्मिक नाता हो। इस दौरान संस्था के भाई बहन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।