शंकर गुहा नियोगी ने मजदूरों के हक को लेकर की थी लड़ाई की शुरुआत
छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा व छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ ने नगर में शंकर गुहा नियोगी का 32 वां शहादत दिवस मनाया। किसानों व मजदूरों ने छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा कार्यलय में पहुंच कर रैली निकाली। वीर नारायण सिंह चौक पर छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद रैली मुख्य मार्ग होते हुए नियोगी चौक पर शंकर गुहा नियोगी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
रैली शहर के विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए माइंस ऑफिस चौक पर आमसभा के रूप में तब्दील हुई। छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष जनक लाल ठाकुर, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोमनाथ उइके, महासमुंद जिला पंचायत सदस्य जागेश्वर जुगनू चंद्रकार, किसान मजदूर महासंघ के अध्यक्ष गैंदसिंह ठाकुर, गणेशराम चौधरी, अनिल यादव ,राजेंद्र बेहरा ने कहा कि शंकर गुहा नियोगी ने जब मजदूरों के हक की लड़ाई की शुरुआत की थी तब बीएसपी की दल्ली और राजहरा स्थित लौह अयस्क खदानों में ठेके पर काम करने वाले मजदूरों की बहुत बुरी दशा थी।
14-16 घंटे काम करने के बदले उन्हें महज दो रुपए मजदूरी मिलती थी। उस समय उनकी कोई ट्रेड यूनियन भी नहीं थी। शंकर ने इन मजदूरों को साथ लेकर 1977 में छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ का गठन किया। इसके बैनर तले मजदूरों के कल्याण के लिए कई गतिविधियां की। कार्यक्रम में राजनांदगांव, भिलाई, रायपुर, गरियाबंद, गुरूर,डौंडी, लोहारा, बालोद, गुंडरदेही, दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से लोग शामिल हुए।