किसानों को राज्य सरकार से कोई आस नहीं, कर रहे आत्महत्या: विक्रम ध्रुवे

किसानों को राज्य सरकार से कोई आस नहीं, कर रहे आत्महत्या: विक्रम ध्रुवे

किसानों को राज्य सरकार से कोई आस नहीं, कर रहे आत्महत्या: विक्रम ध्रुवे

किसानों को राज्य सरकार से कोई आस नहीं, कर रहे आत्महत्या: विक्रम ध्रुवे 


छत्तीसगढ़ में किसान की आत्महत्या मामला अब सियासी रंग ले लिया है। बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम छिछली जशपुर नगर के किसान रामकुमार यादव की आत्महत्या पर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि विक्रम ध्रुवे ने प्रदेश सरकार से पूछा है कि किसान लगातार आत्महत्या क्यों कर रहे हैं। युवा किसान का 40 हजार के कर्ज के लिए आत्महत्या कर लेना इस बात को दर्शाता है कि किसानों को राज्य सरकार से कोई उम्मीद नहीं है।

ध्रुवे ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के समुचित विकास की नीतियां बनाई थी। जिसमें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण की सुविधा देना भी था। अगर यही सुविधा रामकुमार, उज्जवल यादव को मिल जाती तो शायद उसे जान न देनी पड़ती। कांग्रेस सरकार ने किसानों के लिए भाजपा द्वारा चलाई गई सारी योजनाओं को भी बंद कर दी है।

उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं दे रही हैबल्कि बार-बार किश्तों में पैसा देकर परेशान करना, उनकी उपज को खरीदने में बार-बार नियमों में बदलाव करना, उन्हें बारदाने का टोकन की वजन की बेवजह की नियमावली से परेशान करना हैं। 600 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है तो यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस सरकार की नीतियां किसान विरोधी है। कांग्रेस सरकार बताए कि क्या वह रामकुमार यादव के परिवार को उत्तर प्रदेश के किसानों के जैसे ही 50 लाख रुपए मुआवजा देगी।

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