संत कंवर राम मधुबन मुक्ति धाम हम सभी का अंतिम पड़ाव
जूना बिलासपुर दयालबंद वार्ड नं 36में स्थित संत कंवर राम मधुबन मुक्ति धाम जो कि हमारे शहर का सबसे पुराना श्मशान गृह है। उपरोक्त मुक्ति धाम सिंधी समाज के बुजुर्ग जो कि वर्तमान जीवन में हमारे बीच नहीं हैं उन्होंने अपने परिश्रम से अपने जीवन के उन गरीब जीवन काल में से समय और मात्र थोड़े थोड़े से रकम की व्यवस्था कर इस मधुबन मुक्ति धाम का निर्माण किया। संत कंवर राम सेवा समिति जूना बिलासपुर का गठन कर इस सेवा कार्य को पूरा किया जिसमें जूना बिलासपुर के स्व अटलराम हरियानी, स्व तुलजा राम भारवानी, स्व कीमत राय वाधवानी, स्व रेलूमल चौधरी, स्व राम चंद चौधरी, स्व पारू मल चौधरी भू पू पार्षद, स्व किशन चंद चौधरी, स्व गुरल दास प्रितवानी, स्व जिया मल वालेचा, स्व गुरूचरण हरियानी,जूना बिलासपुर के गौंटिया स्व अमर नाथ साव, इत्यादि भाईयों ने मिलकर इस मधुबन मुक्ति धाम का निर्माण कराया और संत कंवर राम मधुबन मुक्ति धाम दयाल बंद के नाम करण किया गया। एक ऐसा स्थान जहां पर इंसान जाने को भय ग्रस्त महसूस करता है। इस स्थान पर लोग मृतक प्राणी के कपड़े, चश्मा, दवाईयां, चप्पल इत्यादि छोड़ कर जाते हैं। शोक प्रकट करने आए समाजिक व्यक्तियों के लिए पानी की व्यवस्था शोक परिवार द्वारा की जाती है पानी पीने के बाद खाली बोतल पाऊच इधर उधर फेंक दिया जाता है जो कि गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो जाता है। वर्ष 1971 में लगभग ढाई एकड़ सरकारी नगर पालिका बिलासपुर की भूमि पर इस श्मशान गृह का निर्माण कार्य कर शुरुआत की गयी, यह श्मशान गृह सभी जातियों के लिए हैं एक जाति वर्ग विशेष के लिए नहीं है। आज आगे पीछे बेजा कब्जा कर मधुबन मुक्ति धाम की जमीन को हथीया लिया गया है।
आज से लगभग नौ साल पहले जूना बिलासपुर हाईटेक आदर्श पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा इस संत कंवर राम मधुबन मुक्ति धाम की दुर्दशा देखकर इस की देखभाल साफ़ सफाई व्यवस्था का बीड़ा उठाया, विगत दिनों इस पंचायत की सेवा कार्य से प्रभावित होकर हाईटेक आदर्श पूज्य सिंधी पंचायत की सेवा समिति का सम्मान व्यापार मेले में चेम्बर् आफ कामर्स छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा किया गया। हाईटेक आदर्श पूज्य सिंधी पंचायत के भू पू अध्यक्ष स्व श्री श्री चंद प्रितवानी के कार्यकाल से प्रारंभ होकर सेवा कार्य में सफलता पूर्वक जुड़े सदस्य श्री राम चंद हिरवानी, शंकर हिरवानी, राजेश माखीजा, नंद लाल पुरी, राकेश चौधरी, उत्तम बेलानी, सुरेश टहलयानी, अशोक भोजवानी, श्याम हरियानी, दादा ग्वाल दास पाहूजा, बबलू सभनाणी, अशोक मोटवानी, संतोष भगतानी, रवि प्रितवानी प्रेम सबनानी, प्रेम चंद गंगवानी, आनंद लालवानी, हीरालाल सिदारा, कालू छत्रिय, ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रत्येक मंगलवार सुबह 7 बजे से 8 बजे तक सेवा कार्य की जा रही है। उपरोक्त सेवा कार्य निरंतर जारी है इस कार्य में हाई टेक आर्दश पूज्य सिंधी पंचायत जूना बिलासपुर के अध्यक्ष श्री श्याम हरियानी ने अपने पंचायत एवं जूना बिलासपुर के नागरिकों से निवेदन वह अपील की है कि हमारे समाज के बुजुर्ग लोगों के परिश्रम से बनाया गया यह शमशान गृह हम सभी की धरोहर है और इसकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है आओ हम सभी मिलकर प्रयास करें वह अपनी धरोहर को बचाएं व सवारे
श्री विजय दुसेजा जी की खबर