आजादी के दीवानों को नमन ,,, की किताब का हुआ विमोचन
पूज्य सिंधी पंचायत सरकंडा का दिवाली मिलन समारोह सिंधी धर्मशाला चटर्जी गली सरकंडा में हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया कार्यक्रम संध्या 6:00 बजे आरंभ हुआ 8:00 बजे समापन हुआ कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल मां लक्ष्मी मां सरस्वती भगवान श्री गणेश जी की फोटो पर माला अर्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई
अध्यक्ष महेश पमनानी ने अपने उद्बोधन में दीपावली की आए हुए सभी सदस्यों को बधाइयां दी शुभकामनाएं दी इस अवसर पर पंचायत के संरक्षक अर्जुन तिर्थानी के द्वारा अपने नई किताब आजादी के दीवानों को नमन का विमोचन किया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर के मशहूर डॉक्टर ओम मखीजा विशेष अतिथि पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष पी एन बजाज संरक्षक प्रकाश गवलानी भारतीय सिंधु सभा की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती विनीता भवनानी किशोर गेमनानी पूज्य सिंधी सेंट्रल युवा विंग के अध्यक्ष अभिषेक विधानी उनके द्वारा किताब का विमोचन किया गया विमोचन के पश्चात अपने संदेश में डॉक्टर ओम मखीजा ने कहा यह बड़े गर्व की बात है कि हमारे सिंधी समाज के एक बुजुर्ग ने ऐसी किताब लिखी है जो आज की पीढ़ी को एक नई दिशा देगी व मार्गदर्शन मिलेगा नई रहा मिलेगी इसके पढ़ने के बाद उन्हें अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के बारे में पता चलेगा और सिंधी समाज में भी आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया था हमारे वीर सपूतों ने अपना बलिदान दिया था और हम भी अखंड भारत के निवासी हैं भारत मां की संतान हैं
प्रकाश ग्वलानी ने कहा यह हमारे लिए बड़े गर्व किं समाजसेवी सफल व्यवसाई कई पदों पर रह चुके हमारे आदरणीय अर्जुन तिर्थनी जी ने ऐसी अच्छी ज्ञानवर्धक किताब लिखी है हम सबको उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए लिखने का पढ़ने का कोई उम्र नहीं होती है बस जज्बा होना चाहिए किशोर गेमनानी जी ने कहा अगर आपका कोई सच्चा साथी है तो वह है आपकी किताब जिस दिन आप अपने किताब को दोस्त बना लेंगे उस दिन आपको कोई धोखा नहीं दे सकता जब भी आप खाली रहे समय मिले तो किताब जरूर पढ़ें वह कौन सी किताब पढ़े यह भी जरूरी है महापुरुषों की किताब पढ़ें इतिहास की किताब पढ़ें गीता भागवत पढ़ें स्वामी विवेकानंद की किताब पढ़ें ऐसे किताब पढ़ने से आपकी दिन चर्चा में बहुत बदलाव आएगा सोच में बदलाव आएगा जीवन में बदलाव आएगा और आप एक नहीं रहा पकड़ेंगे और नई ऊंचाई में पहुंचेंगे आज के इस मोबाइल के युग में लोग किताब को भूल गए हैं
उन्हें वापस किताबों की और आना पड़ेगा श्रीमती विनीता भावनानी ने कहा कि मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि इस किताब में संपादकीय लेखन करने का मुझे अवसर मिला और ऐसी बेहतरीन किताब के साथ जुड़ने का अवसर मिला समाज के लिए जरूरी है यह किताब हर घर घर पहुंचे हमारे बच्चे युवा सभी इस किताब को अवश्य देखे तभी प्रकाशन का उद्देश साकार होगा ..जब भी वीर शहीदों का उल्लेख आता है तो कुछ चांद नाम ही गिनती के सामने आते है पर इस किताब में 100 से भी अधिक वीर शहीदों का संकलन है.. जिन्होंने आजादी के कारण अपने प्राण न्योछावर कर दिए उनके चित्र जन्मतिथि के साथ पुण्यतिथि का वर्णन किया गया है वक्त को देखते हुए यदि हमारे बच्चों के पास पढ़ने का समय नहीं है तो कम से कम उसका अवलोकन कर लेने मात्र से उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित हो जाएगी इसी भाव और भावना के साथ उन्होंने इस किताब में चित्रों का संकलन किया है...
अभिषेक विधानी ने कहा दादा अर्जुन जी हम युवाओं के एक प्रेरणा स्रोत हैं वह उन्होंने हमे नई राह दिखाई है कि हम भी कुछ कर सकते हैं , बस एक जुनून होना चाहिए और जज्बा होना चाहिए कुछ कर गुजरने के लिए और ऐसी किताब से युवाओं को भी नहीं प्रेरणा मिली है सभी मित्रों से कहना चाहूंगा कि इस किताब को जरूर देखें और बच्चो तक पहुंचाए..
भारतीय सिंधु सभा के नगर अध्यक्ष शंकर मनचंदा ने कहा कि हम बड़े भाग्यशाली हैं कि दादा अर्जुन जी जैसे विद्वान और समाजसेवी के मार्गदर्शन में हम कई संस्थाओं में काम कर रहे हैं साथ में जुड़े हुए हैं पर इनके अंदर में एक सच्चा देशभक्त भी है आज पता चला है और एक बेहतरीन किताब में शहीदों के चित्रों का संकलन किया है उसके लिए हमें बहुत गर्व महसूस हो रहा है ऐसे व्यक्ति की छत्रछाया में हम काम कर रहे हैं वह हमारा सौभाग्य है कि यह किताब हमें देखने को मिलेगी समाज में एक नई ऊर्जा , देशप्रेम का जज्बा पैदा होगा भारतीय सिंधु सभा प्रयास करेगी कि यह किताब हर घर घर पहुंचे आए हुए सभी अतिथियों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए बधाइयां दी
आखिर में आतिशबाजी की गई दिवाली कि एक दूसरे को बधाइयां दी गई इस अवसर पर स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने स्वल्पाहार ग्रहण किया आज के इस आयोजन में पंचायतों के कई अध्यक्ष उपस्थित थे जिनमें प्रमुख हैं सुरेश सिदारा मोहन मोटवानी गोपी ठारवानी हरीश भगवानी सतीश लाल मनोहर चिमनानी सतीश टहल्यानी वरिष्ठ जन नंदलाल पूरी मोती पमनानी नीरज जाग्यासी राजेश दुसेजा दयानंद तीर्थानी राजू धामेचा मनोहर थावरानी बड़ी संख्या में समाज के लोग वह पंचायत के सदस्य उपस्थित थे
श्री विजय दुसेजा जी की खबर