बड़े भाग्यशाली हो आप लोग जो संत जनों का संग मिला है,,, श्री चंद

बड़े भाग्यशाली हो आप लोग जो संत जनों का संग मिला है,,, श्री चंद

बड़े भाग्यशाली हो आप लोग जो संत जनों का संग मिला है,,, श्री चंद

बड़े भाग्यशाली हो आप लोग जो संत जनों का संग मिला है,,, श्री चंद 

शिव शांति आश्रम लखनऊ के पीठाधीश्वर साईं चांडू राम साहेब जी के 75 वे जन्म उत्सव को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी अनेक शहरों में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जन्म उत्सव मनाया गया इस पावन अवसर पर साईं जी के बड़े सुपुत्र फकीर साईं हरीश साहिब जी के सानिध्य में कई शहरों में सत्संग कीर्तन की अमृत वर्षा हुई श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर में सांई जी का आगमन सुबह 9:00 बजे हुआ बाबा गुरुमुखदास सेवा समिति के द्वारा आतिशबाजी एवं पुष्प वर्षा के साथ साईं जी का भव्य स्वागत किया गया सत्संग प्रारंभ में भगवान श्री झूलेलाल तथा जय सखी बाबा जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई सत्संग में साई जी के कृपा पात्र श्री चंद जी ने साईं जी की अमृतवाणी सत्संग के माध्यम से भक्तों को सुनाई उन्होंने फरमाया कि बड़े भाग्यशाली हैं आप लोग जो आपको संत जनों का संग मिला है बड़े नसीब वाले हैं आप लोग हर किसी को सत्संग में आने का अवसर नहीं मिलता है हर किसी को संत जनों का रूहानी दर्शन नहीं होते हैं हर किसी को संत जनों का संग नहीं मिलता है
यह वह कमाई है जो आपको इस लोक के साथ-साथ परलोक में भी काम आएगी और जो लोग कागज के रुपयों की कमाई करते हैं और सत्संग में ना आना संत जनों का संग नहीं करना सिर्फ दिन रात दौलत कमाने में लगे हैं उनकी दौलत, रुपए सब व्यर्थ हैं वह सब गलत कामों में लगकर खत्म हो जाएंगे जीवन के लिए धन दौलत भी जरूरी है पर उसका सदुपयोग होना चाहिए दुरुपयोग नहीं होना चाहिए और सदुपयोग कैसे होगा जब आप लोग सत्संग में आएंगे, संत जनों की वाणी सुनेंगे ,सत्संग का लाभ लेंगे तभी आपको पता चलेगा 
यह मनुष्य जीवन हमें प्राप्त हुआ है तो सिर्फ धन दौलत कमाने के लिए नहीं हुआ है आज हम संत महापुरुषों का अमृत महोत्सव मना रहे हैं देशभर में क्यों मना रहे हैं उन्होंने वह कमाई की है और हम जैसे लोगों को सत्संग के माध्यम से प्रभु को जोड़ने की मार्ग दिखाते है आप लोग पैसों से सब कुछ खरीद सकते हो पर सत्संग को नहीं खरीद सकते . सत्संग तो आपको संत जनों के सानिध्य में ही प्राप्त होगा और जीवन का उद्धार सत्संग के माध्यम से ही होगा बिना सत्संग के जीवन में अंधेरा ही अंधेरा रहेगा सत्संग वह ज्ञान रूपी प्रकाश है जो हमारे अंधेरे जीवन को रोशन करता है लोगों को ऐसे महान दो संत जनों का रूहानी दर्शन हो रहे हैं वह भी घर बैठे संत जन लखनऊ से आपके लिए यहां आए हैं आपको लखनऊ नहीं जाना पड़ा है इससे बड़े भाग्यशाली आप लोग और क्या हो सकते हो उन्होंने अपने अमृतवाणी में गुरु के कई भक्ति भरे भजन गाए कार्यक्रम के समापन में आरती की गई, पल्लो पाया गया, प्रसाद वितरण किया गया बाबा गुरमुखदास सेवा समिति, पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाटा, झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों के द्वारा फकीर साईं हरीश साहिब जी का पुष्पहार से स्वागत किया गया.आए हुए सभी अन्य सदस्यों का भी स्वागत और सम्मान किया गया इस अवसर पर पत्रकार फोटोग्राफर विजय दुसेजा गोविंद दुसेजा का संतलाल साईं फकीर साईं हरीश साहेब जी के द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया
आशीर्वाद दिया गया
कार्यक्रम के अंत में आए हुए सभी भक्तों के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भंडारा ग्रहण किया इस आयोजन में शामिल होने के लिए बिलासपुर, चकरभाटा, भाटापारा, रायपुर, दुर्ग से बड़ी संख्या में श्रद्वालुगण पहुंचे थे .इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरुमुखदास सेवा समिति, झूलेलाल महिला सखिं सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा.


श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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