अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष श्री दुष्यंत साहू जी व मंत्री श्री इंदीवर शुक्ला बने

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष श्री दुष्यंत साहू जी व मंत्री श्री इंदीवर शुक्ला बने

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष श्री दुष्यंत साहू जी व मंत्री श्री इंदीवर शुक्ला बने

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष श्री दुष्यंत साहू जी व मंत्री श्री इंदीवर शुक्ला बने

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एक बैठक सरस्वती शिशु मंदिर के भवन तिलक नगर में आयोजित की गई बैठक के मुख्य अतिथि थे शहर के जाने-माने डॉक्टर समाजसेवी हंसमुख व्यक्तित्व के धनी ओम मखीजा जी कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई इस अवसर पर संस्था के सदस्य के द्वारा संस्था का राष्ट्रगीत गाया गया आए हुए सभी अतिथियों का तिलक लगाकर बेंच पहनाकर फूल माला पहनाकर स्वागत और सम्मान किया गया। 

इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का गठन कब हुआ था क्यों हुआ था आज पूरे देश भर में कितनी शाखाएं हैं कितने लोग जुड़े हैं इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि इसका गठन 1949 में हुआ था जिसे 75 वर्ष होने जा रहा है और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा करोना काल में भी लोगों की सेवा के कार्य व अन्य जरूरत पड़ने पर देश सेवा के कार्य भी किए जाते हैं यह संगठन विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए उन को आगे बढ़ाने के लिए उनके हक के लिए व साथ-साथ समाज हित के देश हित के भी कार्य करता है इस अवसर पर डॉक्टर ओम मखीजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है और आप युवा शक्ति ही देश की रीड की हड्डी हैं देश की बड़ी ताकत है देश का स्वाभिमान है आप लोग अपनी शक्ति का सदुपयोग करते रहें देश हित के लिए युवाओं के हित के लिए वह छात्र छात्राओं के हित के लिए पूरे देश भर में आपका संगठन फैला हुआ है हजारों की संख्या में शाखाएं हैं लाखों की संख्या में सदस्य हैं इतना विशाल संगठन और विश्व में शायद ही कोई और दूसरा होगा।

सर्वप्रथम आप खुद शक्त बने ताकतवर बने हिम्मतवार बने मजबूत बने तभी आप लोग देश सेवा में अपना 100% योगदान दे सकते हैं वह देश को भी आगे बढ़ा सकते हैं हमको अपने शरीर से मन से बुद्धि से आत्मा से अपने विचारों से सशक्त बनना है मजबूत बनना है स्वामी विवेकानंद कहते हैं युवा में आत्मविश्वास होना चाहिए विवेक होना चाहिये। सैयम होना चाहिए।

विनम्र होना चाहिए युवाओं को तीन चीजों से बचना चाहिए पहला नशा नकारतम तीसरा निष्क्रियता इन तीन चीजों से बचेंगे तभी आप मजबूत बनेंगे आगे बढ़ सकते हैं स्वामी विवेकानंद हमारे एक प्रेरणा स्रोत है अगर आप लोग किताब पड़ेंगे उनके विचारों को अपनाएंगे तो जीवन में कभी भी आप लोग हारेंगे नहीं बल्कि जीतेंगे वह आगे बढ़ेंगे मजबूत बनेंगे कार्यक्रम के आखिर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुरु घासीदास विश्वविद्यालय इकाई की नव कार्यकारणी का गठन किया गया केंद्रीय विश्वविद्यालय के अध्यक्ष दुष्यंत साहू जी को मंत्री श्री इंदीवर शुक्ला जी बने अंत में आए हुए सभी सदस्यों के लिए सल्फहार की व्यवस्था की गई थी बड़ी संख्या मे संस्था के सदस्य जन युवा साथी उपस्थित थे।


श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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