भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रभक्ति के लिये समर्पित जनसंगठन है - रविन्द्र हिमतें
भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने बताया कि विगत दिनों भारतीय मजदूर संघ मध्य क्षेत्र छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत् महासंघो के प्रमुख कार्यकर्ताओं का एक चिंतन शिविर भोपाल स्थित भारतीय मजदूर संघ कार्यालय ठेंगड़ी भवन में संपन्न हुआ। शिविर का उद्घाटन करते हुये भामसं के राष्ट्रीय महामंत्री रविन्द्र हिमतें ने कहा कि मजदूर क्षेत्र में देशभक्ति की भावना को लेकर भारतीय मजदूर संघ काम करता है। यही कारण है कि देश के श्रमिक जगत में भारत माता की जय बोलने की परम्परा प्रारंभ हुई। उन्होनें असंगठित क्षेत्र में कार्य विस्तार का जिक्र करते हुये कहा कि यह क्षेत्र कामगारों की समस्याओं से भरा पड़ा है। हम एक-एक मजदूर को भामसं से जोड़कर देश में उनके अधिकारों की लड़ाईयॉ लड़ रहे है और इसका सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। भामसं के प्रयासों से असंगठित क्षेत्र के अनेक मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा का आवरण मिला है, फिर भी अभी इस क्षेत्र में लंबी लड़ाई व लंबा कार्य करना बाकी है।
चिंतन शिविर में दो दिनों तक हुई कार्यवाही का विवरण प्रेस को जारी करते हुये भामसं के प्रदेश संगठन मंत्री योगेशदत्त मिश्रा ने बताया कि कुल आठ सत्रों में विभिन्न विषयों पर व्यापक चिंतन व विचार-विमर्श होकर यह तय किया गया कि प्रत्येक क्षेत्र में कार्य विस्तार कर समस्याओं का समाधान खोजना होगा। विशेषकर आंगनबाड़ी, मध्यान्ह भोजन, निर्माणी मजदूर, आशावर्कस, ठेका सहित अन्य अनेक ऐसे क्षेत्र है जहॉ कामगारों का व्यापक पैमाने पर शोषण हो रहा है, उन्हे सामाजिक सुरक्षा मिले, जीवन-यापन के लिये सम्मानजनक वेतन मिले, पेंशन व अन्य सुविधाएं मुहैया हो, इस हेतु उनका संगठन तैयार करना ही एकमात्र रास्ता है। संगठन से ही समस्याओं का निराकरण संभव हो सकेगा।
शिविर में भामसं के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री व असंगठित क्षेत्र के प्रभारी जयंती लाल जी ने विस्तारपूर्वक असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की समस्याओं की सिलसिलेवार जानकारी दी तथा अन्य अनेक क्षेत्रों में संगठन के माध्यम से मिली सफलताओं का जिक्र करते हुये कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को संगठित करना आज का युगधर्म हो गया है। शिविर में भामसं के क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मदास शुक्ला ने ट्रेड यूनियन आंदोलन के इतिहास की जानकारी देते हुये बताया कि भामसं अन्य ट्रेड यूनियनों की विचारधारा से अलग है। हम श्रमिक हित के साथ-साथ देश व उद्योग की भलाई के लिये भी काम करते है। हमारे विचार व सिद्धांत कालजयी व युगानुकूल है। यही कारण है कि पिछले एक दशक से हम देश के प्रथम क्रमांक के मजदूर संगठन बने हुये है और पूरी दुनिया में भारतीय मजदूरों की मुखर आवाज भामसं बना हुआ है। उन्होनें कार्य विस्तार के क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से जुट जाने का आव्हान करते हुये कहा कि राष्ट्र निर्माण में मजदूरों की महती भूमिका हैं। शिविर का समापन भामसं मध्यप्रदेश के अध्यक्ष संजय सिंह ने किया।
इस चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ प्रदेश से भामसं की प्रदेश अध्यक्ष शोभा सिंहदेव, निर्माण मजदूर महासंघ के अध्यक्ष सुदर्शन मानिकपुरी, महामंत्री राजेश राजवाड़े, स्नेहलता पटेल, गीता सोनी, आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ से संतोषी राजवाड़े, चंदा राजवाड़े, अंजली पटेल, वनवासी मजदूर महासंघ से रघुनाथ झारिया, श्यामवती, मिड-डे-मिल से उषा साहू, मधु साहू, स्ट्रीट वेंडर से पुष्पा वैष्णव सहित ठेका व अन्य महासंघो के प्रतिनिधि उपस्थित थे।