सभी प्रदेश्वासियों को जश्ने-ईद -मिलादुन्नबी की बधाई : पत्रकार शब्बीर क़ुरैशी

सभी प्रदेश्वासियों को जश्ने-ईद -मिलादुन्नबी की बधाई : पत्रकार शब्बीर क़ुरैशी

सभी प्रदेश्वासियों को जश्ने-ईद -मिलादुन्नबी की बधाई : पत्रकार शब्बीर क़ुरैशी

सभी प्रदेश्वासियों को जश्ने-ईद -मिलादुन्नबी की बधाई : पत्रकार शब्बीर क़ुरैशी 

दल्ली राजहरा -छत्तीसगढ़ प्रदेश पत्रकार यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी ने नगर तथा जिले वासियों को जश्ने-ईद-मिलाददुन्नबी की बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि "वो अर्श का चरागाह है
मैं उसके कदमों की धूल हूँ,
ऐ जिंदगी गवाह रहना,
मैं गुलाम-ए-रसूल हूँ।"

इस्लाम धर्म के अंतिम पैगम्बर हजरत मोहम्मद की जयंती का दिन दुनियाभर में जश्न और उल्लास से मनाया जाता है। ऐसे ईद मिलादुन्नबी या ईद-ए-मिलाद कहते है। अरबी भाषा में इसे नबीद और मावलिद भी कहा जाता है।

इस्लाम धर्म के पैगम्बर यानी हजरत मुहम्मद साहब (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के यौमे पैदाइस (जन्मदिन) की ख़ुशी में मनाया जाता है मुस्लिम समुदाय के लिए ईद मिलादुन्नबी का दिन बहुत ख़ास होता है क्योकि इस्लाम धर्म की नीव रखने वाले नबी ए पाक, हजरत मुहम्मद साहब (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का जन्मदिन इसी दिन हुआ था है इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग जुलुस निकालकर ख़ुशी मनाते है

आसान भाषा में कहे ईद मिलादुन्नबी क्यों मनाया जाता है? तो बता दे हजरत मुहम्मद साहब (मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के जन्म के उपलक्ष्य में ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार मनाया जाता है ।
अतः सभी से इस त्योहार को खुले मन से उत्साह के साथ आपसी सौहार्द का संदेश देते हुए मनाने की अपील की ।

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