ठंडी व शुष्क हवा से 1 डिग्री गिरा पारा, आज रात का तापमान 17 डिग्री रहने के आसार
मानसून की विदाई के बाद ठंडी व शुष्क हवा चलने से लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रहा। शुक्रवार की तुलना में अधिकतम तापमान एक डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान स्थिर रहा। रात का पारा 20 डिग्री से कम होने से ठंड बढ़ गई है। पिछले दो दिन से मौसम साफ होने की वजह से शहर सहित गांवों में सूर्योदय के पहले कोहरा छा रहा है। इस दौरान लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। शनिवार को अधिकांश समय तक मौसम साफ रहा। धूप खिली रही।
ठंडी हवा चलने से सुबह 11 बजे तक गर्मी व उमस से राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भी माैसम साफ रहने के आसार है। बारिश के आसार फिलहाल नहीं है। सुबह कोहरा छाए रहने और अधिकतम व न्यूनतम तापमान स्थिर रहने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि जिले से मानसून की विदाई हो चुकी है। इसके अलावा द्रोणिका, चक्रवात सिस्टम का भी प्रभाव यहां नहीं पड़ रहा है। इस वजह से अब बारिश के आसार कम है। ठंडी हवा चलने से रात के अलावा दिन में भी गर्मी व उमस से राहत मिलेगी।
अगले तीन दिन तक ऐसा रहेगा मौसम
23 अक्टूबर: अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रहने के आसार है। अधिकांश समय के लिए मौसम साफ रहने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आने से ठंड बढ़ेगी। वातावरण में नमी की मात्रा 56 फीसदी रहने व 14 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ठंडी हवा चलने का अनुमान है।
24 अक्टूबर: अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 18 डिग्री रहने के आसार है। दिन का पारा एक डिग्री बढ़ने से दोपहर में गर्मी व उमस का सामना करना पड़ सकता है। रात में ठंड का अहसास होगा। मौसम साफ रहने का अनुमान है। वातावरण में नमी की मात्रा 57 फीसदी रहने व 8 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
तापमान 20 डिग्री से कम होने का अनुमान
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि शुष्क और ठंडी हवा आने के कारण न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम रहने का अनुमान है। मौसम शुष्क रहने की संभावना है। एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर और अवदाब के रूप में बदल सकता है।