मुआवजा राशि से काटा जा रहा किसानों की केसीसी का कर्ज,किसान नेता पुष्पेंद्र चंद्राकर ने जताई नाराजगी
बालोद :- बालोद जिले के किसानों को दलहन तिलहन के फसलों की हुई क्षति की मुआवजा राशि उनके बैंक खाते में अंतरित कर प्रदान की जा रही है साथ ही 17 अक्टूबर को राजीव गाँधी न्याय योजना की तीसरी किश्त भी किसानों को शासन की ओर से दी गई है लेकिन यह मुआवजा राशि केसीसी धारक किसानों के लिए मुसीबत बन पड़ी है। कई समितियों में केसीसी धारक किसानों को प्राप्त हुई मुआवजे की राशि व न्याय योजना की राशि से केसीसी ऋण की कटौती की जा रही है। चूंकि केसीसी धारक किसानों मि संख्या भी नगण्य है और वे ससमय केसीसी ऋण अदा करते आ रहे हैं ऐसे में मुआवजे की राशि या न्याय योजना के तहत मिली राशि से केसीसी ऋण की राशि को कटौती करना अनुचित है। इस विषय पर अपनी बात रखते हुए जिला पंचायत सदस्य एवं किसान नेता पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा कि शासन की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है लेकिन गुंडरदेही क्षेत्र में इस प्रकार की बात सामने आई है वो किसानों के साथ सर्वथा अन्याय है और इस प्रकार किया जाना किसान विरोधी होने की ओर इंगित करता है। किसानों को बड़ी मशक्कत के बाद दलहन तिलहन की क्षतिपूर्ति राशि प्राप्त हुई है उसमें भी निचले स्तर पर बैंकों या समितियों द्वारा ऐसी कटौती किया जाना किसानों के साथ धोखा है।इसके लिए जल्द ही कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा व किसानों के हित में हरसंभव मदद की जाएगी।