भाई वरियाराम दरबार शनिचरी पडाव मे श्री गुरुनानक देव जयंती श्रद्धा भक्ति धूमधाम से मनाई जाएगी

भाई वरियाराम दरबार शनिचरी पडाव मे श्री गुरुनानक देव जयंती श्रद्धा भक्ति धूमधाम से मनाई जाएगी

भाई वरियाराम दरबार शनिचरी पडाव मे श्री गुरुनानक देव जयंती श्रद्धा भक्ति धूमधाम से मनाई जाएगी

भाई वरियाराम दरबार शनिचरी पडाव मे श्री गुरुनानक देव जयंती श्रद्धा भक्ति धूमधाम से मनाई जाएगी

आज देवउठनी एकादशी पर भजन कीर्तन कर आयोजन, श्रद्धा पूर्वक पंच भीखम के दीप जलाये गए

बिलासपुर:- प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पुज्य सिन्धी पंचायत शनिचरी पडाव के तत्वाधान मे श्री गुरुनानक देव जी का प्रकाशोउत्सव भाई वरियाराम दरबार मे श्रद्धा पूर्वक धूमधाम से मनाया जाएगा । समाज के रुपचंद डोडवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिचरी पडाव स्थित भाई वरियाराम दरबार मे मानवता के पथ प्रदर्शक श्री गुरु नानकदेवजी का 553 प्रकाशोउत्सव 8 नवंबर को मनाया जाएगा। गुरूनानक देव जयंती के उपलक्ष्य मे गत 27 अक्टूबर को गुरुद्वारा प्रबंधक भाई अमरलाल के सानिध्य मे 15 दिवसीय सहज पाठ साहब का प्रारंभ हुआ जो निऱतर 9 नवंबर तक चलेगा।

8 नवम्बर मंगलवार रात्रि 1:20 बजे धूमधाम से गूरूनानक देव जी की डोली उतारी जाएगी । तत्पश्चात 9 नवम्बर बुधवार को 15 दिवसीय पाठ साहब का भोग साहब के साथ समापन होगा महिला विंग की सरिता डोडवानी ने बताया कि.......कार्तिक माह के नवमी तिथि से एकादशी तक उपवास भजन कीर्तन का अद्भुत लाभ बताया गया है। हमारे हिन्दू ग्रंथों मे नवमी से एकादशी तक तीन दिन कुंवारी कन्याएं व्रत उपवास रखकर अपने लिए सुयोग्य संस्कारी वर की कामना कर द्ववादशी के दिन इस व्रत की पूर्णाहुति देकर सूर्य देवता को जल अर्पित कर ब्राह्मण को अन्न ,वस्त्र, दान देकर पूजा पाठ कर भोजन ग्रहण करते हैं।

इस व्रत को सुहागिन बहने भी अपने परिवार के सुख समृद्धि एवं पति के लम्बी आयु के लिए रखती। एवं इस एकादशी के दिन एकादशी व्रत की श्रद्धा पूर्वक कथा कर शाम को घर मे दिये जलाकर आरती पूजा पाठ करते हैं।
कार्तिक माह के देवउठनी एकादशी का बडा अद्भुत लाभ बताया गया है।इस एक एकादशी व्रत का उपवास रखने से कई अश्वमेघ यज्ञों का फल मिलता है।   
            

इसके साथ आज घर-घर श्रद्धा भक्ति से तुलसी माता की भी पूजा अर्चना आरती की गई।श्रीमति डोडवानी ने आगे बताया कि आज भाई वरियाराम गुरुद्वारा मे देवउठनी एकादशी पर्व श्रद्धा उत्साह-उमंग भक्तीभाव से मनाया गया एवं एकादशी की कथा सुनकर समाज की व्रती महिलाओं ने भजन कीर्तन किया।. इस अवसर पर गन्ने का मंडल सजाया गया एवं "ठाकुर (शालिग्राम जी) संग तुलसी" का शुभ विवाह हुआ, महिलाओं ने तुलसी माता को लाल चुनरी फल फूलअर्पित कर आरती दीप जलाकर परिवार में सुख वैभव स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की.। आज समाज के महिलाओं के द्वारा पंच भीखम के दीप जलाये गए। मान्यता हैं कि देवउठनी एकादशी के दिन पंच भीखम के दीप जलाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
 
आज के आयोजन में भाई अमरलाल वाधवानी, कोमल वाधवानी एंव भाई गोपी हीरवानी के द्वारा, भजन कीर्तन ,शब्द कीर्तन आरती, अरदास, कर सभी के परिवार के लिए खुशहाली सुख समृद्धि एवं विश्व कल्याण की कामन की गई
आज के कार्यक्रम मे प्रमुख रुप महिला विंग से सरिता डोडवानी, वर्षा वाधवानी, आशा वाधवानी,कौशल्या जगवानी,कंचन ठारवानी, निकिता डोडवानी ,आशा नागदेव, उषा चंदनानी, लाजवंती खुशलानी, कविता डोडवानी,अनुसुईया ठारवानी, माया बतरा, कविता मलघानी,मीरा हरजानी,च़चल मलघानी,पार्वती बतरा ,शांति बतरा,दीपा रामानी, मीरा मलघानी, म़जु मोहनानी,मंजू बोदवानी, रेशम नत्थानी, प्रिया जगवानी, आशा चावला,सुषमा मलघानी,कलादेवी बतरा रोशनी साधवानी, आशा चिमनानी, मोनिका नत्थानी,कविता खुशलानी, सुमन वाधवानी,शिखा नत्थानी, कांता वासवानी,रुही मलघानी अंजली नागदेव,एकता डोडवानी पलक डोडवानी के साथ समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।
     
   
श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3