सच्चा सिंधी वही है जिसे भगवान झूलेलाल से है प्यार,,,, संत लाल साई
श्री सिंधु अमरधाम आश्रम झूलेलाल नगर चकरभाटा के संतलाल साईं जी का सत्संग का आयोजन आशीर्वाद वैली में किया गया रात्रि 8:00 से 10:00 बजे तक लाल साई जी के आगमन पर भक्तों के द्वारा साई जी का बैंड बाजे आतिशबाजी करके फूलों की वर्षा से भव्य स्वागत किया गया वह महिला सदस्यों के द्वारा साई जी की आरती उतारी गई सत्संग की शुरुआत भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर माला अर्पण कर वह बहराणा साहब की ज्योत को प्रज्वलित करके की गई रवि रूपवा नी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए गए साईं जी ने अपनी अमृतवाणी में फरमाया की सच्चा सिंधी वही है जिसे भगवान झूलेलाल से प्यार है।
सिंधी तो बहुत हैं पर सच्चे सिंधी कम होते जा रहे हैं अपने पूर्वजों को अपने इष्ट देव को भूलते जा रहे हैं दुनिया की भागम भाग दौड़ में अंधों की तरह पीछे भाग रहे हैं अरे कहां जा रहे हो किसके पीछे भाग रहे हो क्यों जा रहे हो पहले यह तो समझ लो यह तो देख लो यह तो सुन लो बस भेड़ बकरियों की तरह भागते जा रहे हैं और जब दुख तकलीफ बढ़ जाती है तब घूम फिर कर वापस भगवान को याद करते हैं अरे जब पहले ही तुम यह काम करते तो तुम्हें दुख तकलीफ क्यों आती परेशानियां क्यों आती इसका कारण यही है कि समाज के लोग अपने बड़ों की इज्जत करना उन्हें मान सम्मान देना भूल गए हैं अपनी संस्कृति भाषा तीज त्यौहार को भूल गए हैं अपने इष्ट देव की आराधना करना पूजा करना उनकी फोटो लगाना दुकान में घर में रखना याद करना भूल गए हैं और जिसका नतीजा आप सभी के सामने हैं दुख तकलीफ और परेशानियों के रूप में जिस घर में देखो दुख तकलीफ परेशानी लगी पड़ी है चाहे पैसे वाला हो चाहे गरीब हो दुख का काटा सबको चुभ रहा है और इस दर्द की दवा मलहम एक ही है भगवान झूलेलाल अभी नहीं जागोगे तो कब जागोगे वक्त तुम्हारा इंतजार नहीं करेगा ना तुम्हारे लिए रुकेगा वह तो अपने समय की गति के हिसाब से चलता जाएगा चलता जाएगा चलता जाएगा तुम्हें वक्त को रोकना नहीं है बल्कि वक्त के साथ समझना है जो गलतियां की है उन्हें सुधारनी है 25 नवंबर से चालिहा महोत्सव आरंभ होने जा रहा है 40 दिन तक झूलेलाल मंदिर में भक्ति की गंगा बहेगी पूरे देश भर में हजारों की संख्या में लोग मनोकामना पूरी होने के लिए घाघर रखेंगे।
इस भक्ति की गंगा में डुबकी लगाने के लिए जरूर आए मंदिर में साई जी ने बह राणा साहब की महिमा बताइ की किस तरह भगवान झूलेलाल जी का। बहराणा साहब को रखने से सच्चे मन से पूजा करने से एक मृत बच्चे को भी जीवनदान मिल गया भक्तों की पुकार भगवान ने सुन ली मृत्य बच्चा भी जी उठा कहीं पर भी शुभ कार्य होता है जैसे हम भगवान गणेश जी का आहन करते हैं उसी तरह हमें भगवान झूलेलाल जी को भी बुलाना चाहिए ताकि हमारे सब शुभ कार्य उनकी कृपा से संपन्न हो दुख तकलीफ सब दूर हो साई जी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए गए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे सत्संग के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रार्थना की गई प्रसाद वितरण किया गया आई हुई सभी साध संगत के लिए प्रसाद रूपी भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारण किया पूज्य ब हरणा राणा साहब को आशीर्वाद वेली से निकलकर पर्सदा स्थित तालाब में साई जी के द्वारा विधि विधान के साथ विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को प्रवाहीत किया गया।
इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में देवनदास रोहरा संजू अमित परमा विजय गोविंद दुसेजा आकाश पिंटू राजकुमारी नंदनी सोनम मिना राजवानी अनिल मोहन मोटवानी विजय रोहरा गुंजन दुसेजा व रामा वेली आशीर्वाद वैली के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर