नारीशक्ति कितनी सम्मानित ओर सुरक्षित ,,,, डाक्टर सपना कुकरेजा
राष्ट्रिय सिन्धी मंच के द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय था नारी शक्ति कितनी सम्मानित और सुरक्षित कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कार्यालय महावीर नगर रायपुर में आयोजित किया गया कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय सिंधु सभा महिला विंग की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती विनीता भवनानी राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के अध्यक्ष श्रीमती वणिका शर्मा आर के मेमोरियल सोसाइटी की अध्यक्ष श्रीमती रेखा कुकरेजा थी कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल मां दुर्गा जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई संगोष्ठी में समाज के अलग-अलग पंचायत महिला विंग व समितियों की 50 अध्यक्ष शामिल हुई जिनका तिलक लगाकर आरती करके मोतियों की माला पहनाकर स्वागत किया गया कार्यक्रम में डॉ सपना कुकरेजा ने कहा कि बेटी बच्चों बेटी पढ़ाओ कहा जाता हैं, नारी प्रथम, नारी पूजनीय, नारी सम्मानिय पर क्या नारी (बेटियां) को सही शिक्षा अवगत हुई, बेटियां सफल हुई नारी शक्ति के बिना दुनिया अधूरी है नारी को अपनी शक्ति को पहचानना चाहिए और इसका सदुपयोग करके अपने घर अपने समाज अपने शहर अपने देश को आगे बढ़ाएं को मजबूत बनाएं।
विनीता भवनानी ने कहा की एक नारी को शक्ति से संबोधित किया जाता है शक्ति शब्द में ही अनंत शक्तियां समाहित हैं जो परमात्मा शिव से स्वयं हमें प्राप्त है हमें अपनी सोई हुई शक्तियों को जलाना होगा और बहुमुखी विकास करना होगा क्या नारी को सिर्फ पढ़ाई में अगुवानी करनी चाहिए, क्या उन्हे पढ़ाई से भी ज्यादा जरूरत स्वयं,सुरक्षा, गंभीरता ज्ञान का होना जरूरी नहीं उन्हें पढ़ाई के साथ तलवार कराटे और जिंदगी के संघर्ष की लड़ाई उनको सिखाना जरूरी नहीं अतः हम सबको एक बेटी को सिर्फ नारी नहीं बल्कि शक्ति बनाना होगा जिस तरह मां दुर्गा की शक्तियां दिखाई जाती हैं वह शक्तियां हम सब को भी प्राप्त हैं आवश्यकता है उन शक्तियों को अपने समाज के राष्ट्र के निर्माण के कार्य में लाएं और इस राष्ट्र को समृद्ध बनाएंगे क्योंकि मात्र एक भारत देश ही हैं जिसे मां की संज्ञा है और वंदे मातरम गाया हुआ है पहले हमें स्वयं को समझना होगा हम स्वयं का सम्मान करेंगे नारी नारी का सम्मान करेगी तो देश उसका सम्मान करेगा।
वर्णिका शर्मा ने कहा कि नारी पर घर की सारी अंदर बाहर की जवाबदारी सौप कर स्वयं अपने ही आत्मसम्मान से समझौता कर सिर्फ कोल्हू का बैल और घर में सब कुछ हासिल कर भी दांपत्य सुख,खुश ओर संतुष्ट नहीं, बच्चों को काबिल (पड़ा)बना कर भी भविष्य उज्ज्वल नहीं क्या भागती जिंदगी में एक ठहराव जरूरी नहीं जान्हा अपना स्वयं का मुआवना करें ओर जिन्दगी को समझ कर जिए ताकी खुशी ओर सुख का अनुभव हो, नारी शक्ति में असीम शक्तियां हैं यदि हम अलग अलग संगठन कि नारी शक्ति मिलकर सकारात्मक ऊर्जा का संकल्प ले और नारी शक्ति को निखारेंगे तो निश्चित ही समाज को एक ऐसी दिशा मिलेगी जिससे आने वाली पीढ़ी प्रशस्त होंगी।
रेखा कुकरेजा ने कहा किआज की नारी अबला नहीं है
बल्कि मजबूत है बस जरूरत है अपना आत्मविश्वास को जगाने की अपनी शक्ति को पहचाने कि आज हम किसी भी पुरुष से कम नहीं है आज की नारी हर क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़ रही है नारी मां भी है तो बहन भी है पत्नी बन कर घर भी सभाल रही है हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही आज के इस कार्यक्रम के आखिर में आए हुए अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया इनमें प्रमुख हैं श्रीमती विनीता भावनानी रेखा कुकरेजा वर्णका शर्मा पत्रकार फोटोग्राफर विजय दुसेजा पत्रकार रोमा वाधवानी समाज सेवक अमित मूलचंदानी आज के इस संगोष्ठी में समाज की महिला अध्यक्ष शामिल हुई इनमें प्रमुख हैं।
कविता नेभानी रेणु जोतवानी सोनिया निजानी पायल जेसवानी दिव्या आडवाणी तनुजा लखानी रेणु इशिलिया ममता पंजवानी पूनम बजाज दीक्षा रामानी किरण ठाकुर शकुंतला लखानी प्रिया मंगलानी हर्षा हसवानी विद्या गंगवानी व अन्य गणमान्य जन उपस्थित थीं अंत में सभी लोगों के लिए स्वल्पाहार व्यवस्था की गई थी इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में राष्ट्रीय सिंधी मंच के अध्यक्ष व सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर