मड़ई मेला हमारी सांस्कृतिक धरोहर, इसे सहेजने सामूहिक प्रयास की आवश्यकता : पुष्पेंद्र चंद्राकर
बालोद :- गुंडरदेही विकासखंड के प्रमुख व्यावसायिक केंद्र ग्राम पंचायत सिकोसा में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रामवासियों द्वारा मड़ई मेले व मातर महोत्सव का आयोजन किया गया इस दौरान रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम जय महावीर सुवा लोक सांस्कृतिक संस्था जोबा अरण्ड पिथौरा जिला महासमुंद का कार्यक्रम रखा गया था। गौरतलब है कि आसपास के गांवों में सिकोसा में ही मड़ई मेले प्रारंभ होता है तथा उसके बाद अन्य गांवों में मड़ाई की शुरुआत होती है।
प्रत्येक वर्ष दीपावली के बाद पड़ने वाले मंगलवार के दिन यह कार्यक्रम आयोजित की जाती है जिसका भव्य स्वरूप में आयोजन किया जाता है। ग्राम पंचायत सिकोसा के उक्त मड़ई मेले के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में किसान नेता एवं जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे तथा अन्य अतिथियों के रूप में सरपँच आरोप चंद्राकर......... आदि उपस्थित रहे। इस दौरान उपस्थित आमजनों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुष्पेंद्र चंद्राकर ने ग्रामीणों को दीपावली पर्व एवं मड़ई मेला उत्सव की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रत्येक गांव में मड़ई मेला का आयोजन हमारे छत्तीसगढ़ी संस्कृति की पहचान है। इस तरह के आयोजन से आपसी प्रेम, भाईचारा व सद्भाव बढ़ता है।
यह हमारे पूर्वजों की पुरातन संस्कृति की पहचान है इसे सहेजने और आगे बढ़ाने के लिए सबको सामूहिक प्रयास के साथ कार्य करना चाहिए। आज गाँव में एक उत्सव का माहौल है,पूरे ग्रामवासी इन्हीं मड़ई मेला उत्सवों के माध्यम से खुशी का इजहार कर रहे हैं। कार्यक्रम को सरपँच आरोप चंद्राकर ने भी उपस्थितजनों को संबोधित कर दीपावली व मड़ई-मेला उत्सव की शुभकामनाएं दी। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का शांतिपूर्वक लुत्फ उठाने व किसी भी प्रकार का ब्यवधान न करने का निवेदन किया। इस दौरान ......आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासियों की मौजूदगी रही।