अवैध दुकानों का निर्माण कार्य चालु होने की जानकारी होने पर सरपंच ग्राम पंचायत कुसुमकसा निर्माण स्थल पहुंच कर निर्माण कार्य को बंद कराया
कुसुमकसा --प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा के कार्यालय भवन में कुछ वर्ष पूर्व निर्मित बाउंड्रीवाल की दीवाल को उच्च कार्यालय के बिना अनुमति के तोड़कर दुकानों का निर्माण किये जाने का ग्राम पंचायत द्वारा काम बंद किये जाने के लिखित आदेश व निर्माण स्थल पर सरपंच द्वारा शुक्रवार को निर्माण कार्य बंद कराये जाने के बाद बुधवार को पुनः अवैध दुकानों का निर्माण कार्य चालु होने की जानकारी होने पर सरपंच ग्राम पंचायत कुसुमकसा निर्माण स्थल पहुंच कर निर्माण कार्य को बंद कराया ,पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने उक्त अवैध दुकान निर्माण किसके सरंक्षण बन रहा है ,पगड़ीधारक बड़े आदमी कौन है , जो पंचायत के आदेशों को भी ठेंगा दिखाते हुए अवैध निर्माण कार्य चालू करा रहा है ,वही ग्रामीणों ने कहा कि तहसील कार्यालय दल्लीराजहरा में 25 नवम्बर को उक्त अवैध निर्माण की लिखित शिकायत की गयी है किंतु आज तक कुछ कार्यवाही नही दिख रही है वही वन विभाग भी गम्भीर नजर नही आ रहा है
गौरतलब है की पूर्व में अवैध दुकान निर्माण को लेकर हरिभूमि में खबर प्रकाशित होते ही वन विभाग बालोद से उक्ताशय की जांच करने अधिकारी पहुंच गए तो वही सरपंच ग्राम पंचायत कुसुमकसा के द्वारा उक्त निर्माण कार्य को रोकने के लिखित आदेश को दरकिनार कर निर्माण कार्य शुक्रवार को निर्माण कार्य चालू होने की जानकारी मिलने पर 11 बजे शिवराम सिन्द्रामे सरपंच ग्राम पंचायत कुसुमकसा द्वारा निर्माण स्थल पहुंचकर निर्माण कार्य को बंद कर दस्तावेज ग्राम पंचायत में प्रस्तुत करने का निर्देश देकर पंचायत भवन आ गए ,सरपंच के निर्माण स्थल से जाते ही पुनः निर्माण कार्य चालू कर दिया गया ,पुनः निर्माण कार्य चालू होने की जानकारी मिलते ही सरपंच निर्माण स्थल पहुंचकर निर्माण कार्य को बंद कराया , व तहसीलदार डोंडी अतिरिक्त तहसील दार दल्लीराजहरा को लघु वनोपज सहकारी समिति मर्यादित भवन के पास अवैध दुकान निर्माण को तोड़ने आदेशित करने आवेदन दिया जिसमें खसरा न 358 का टुकड़ा में अवैध रूप से दुकान का निर्माण किया जा रहा है ,ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण कार्य को रोकने सूचना तामीली के उपरांत भी अवैध निर्माण कार्य अनवरत रूप से चालू है ,अवैध निर्माण कार्य को तोड़कर स्थल खाली कराने का निवेदन किया गया है
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत की उक्त जमीन जिस पर प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित कुसुमकसा का कार्यालय है उस जमीन पर उक्त समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने बाउंड्रीवाल के अंदर समिति के उपयोग हेतु स्टोर रूम ,शौचालय व दुकान निर्माण के लिए पगड़ी धारक को देने की जानकारी देते हुए निर्माण के समस्त खर्च पगड़ीधारक स्वयं के खर्च से बाउंड्रीवाल के अंदर उक्त निर्माण कार्य कराकर दुकान संचालित करेगा व दुकान का किराया 500 रुपये प्रतिमाह समिति में जमा करेगा तथा पांच साल बाद 10 प्रतिशत किराए में वृद्धि किये जाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव किये जाने का उल्लेख है किंतु शासकीय मद से निर्मित बाउंड्रीवाल को उच्चधिकारियों के बिना अनुमति के तोड़ना शासकीय सम्पत्ति का नुकसान करना प्रतीत हो रहा है ,ग्राम पंचायत में 23 नवम्बर को दिए गए आवेदन के साथ प्रस्ताव में पुखराज अध्यक्ष ,श्रीमती रेवती बाई उपाध्यक्ष , सदस्यगण रूपोबाई,राजकुमार पलटूराम, बसन्तराम ,श्रीमती संत्रीबाई,श्रीमती सहाबए ,श्रीमती फूलमत बाई का नाम है
ग्राम पंचायत कुसुमकसा की उक्त जमीन जिसमे प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित का भवन निर्माण हेतु पूर्व में जमीन आबंटित किया गया था जिसमे उक्त समिति का भवन शासकीय मद से बना था उक्त शासकीय जमीन पर समिति के पदाधिकारियों द्वारा किसी निजी आदमी (पगड़ीधारक ) को बिना ग्राम पंचायत के अनुमति निर्माण कार्य कराने के लिए प्रस्ताव लेकर निर्माण कार्य चालू कराना अनुचित प्रतीत हो रहा है ,वन विभाग के आला अधिकारी बाउंड्रीवाल को तोड़ने पर किया कार्यवाही करते है ,या अवैध दुकान निर्माण कराने के लिए वन विभाग के आलाधिकारीयो की मौन स्वीकृति है कि शासकीय भवन के शासकीय मद से निर्मित बाउंड्रीवाल को बिना अनुमति के तोड़ने व वहां अवैध दुकान निर्माण कराने की छूट दे दी है ,ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है
उक्त भवन से लगा रिक्त भूमि ( मुरुम गड्ढा)में ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व से शासकीय अस्पताल निर्माण हेतु आरक्षित है वहां छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 19 सितम्बर को कुसुमकसा भेंट मुलाकात कार्यक्रम में 20 बिस्तरीय अस्पताल की घोषणा की थी जिसका निर्माण कार्य भी जल्द प्रारम्भ हो जाएगा
वन विभाग बालोद से भी हरिभूमि में समाचार प्रकाशित होने पर जांच करने अधिकारी कुसुमकसा पहुंचकर समिति के पदाधिकारियों से जानकारी लेने की जानकारी मिली है जांच में किया पाया गया इसकी जानकारी नही मिल पायी है।