अखिल भारतीय हल्बा-हल्बी आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ केंद्रीय सभा बालोद के आह्वान पर आरक्षण 32 प्रतिशत करने जमकर नारेबाजी की -
कुसमकसा --अखिल भारतीय हल्बा-हल्बी आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ केंद्रीय सभा बालोद के आह्वान पर राज्य सरकार द्वारा 32 प्रतिशत आरक्षण को यथावत ना रखने के लिये कोई ठोस एवं उचित पहल नही करने पर अखिल भारतीय हल्बा हल्बी आदिवासी समाज कुसुमकसा ब्लॉक के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कुसुमकसा बालोद तिराहे पर सांकेतिक चक्काजाम करते हुए आरक्षण 32 प्रतिशत करने जमकर नारेबाजी की - इस अवसर पर हल्बा समाज के पदाधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा छ ग लोक सेवा(अनुसूचित जातियों,अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्ग के लिये आरक्षण)अधिनियम 1994 में जो संसोधन वर्ष 2011 में पारित किया गया और प्रभावी बनाने के लिए जो अधिसूचना 18-1-1972 में जारी किया गया और अधिनियम के अंतर्गत निर्मित नियम के अनुसूची में आरक्षण रोस्टर में जो संसोधन किये गए जिसे रीत याचिका क्रमांक 591/2012 के माध्यम से चुनोती दी गयी थी उसे माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के द्वारा 19 सितम्बर 2022 को असवैंधानिक घोषित कर दिया है ,आज दिनाक पर्यन्त तक अनुसूचित जनजाति समुदाय के विभिन्न भर्तियों में आरक्षण को लेकर राज्य सरकार का स्पष्ट दिशा निर्देश अप्राप्त है ,जिससे समाज उद्देलित होकर 13 नवम्बर रविवार को पूरेजिला में चक्काजाम किया जा रहा है इस अवसर छतर सिंह कोमा अध्यक्षअखिल भारतीय हल्बा हल्बी आदिवासी समाज कुसुमकसा ब्लॉक ,राजाराम तारम ,उदेराम सिवना, धरम सिंह पिस्दा ,तिहारसिंह तारम,भुजबल गौर,शम्भू ठाकुर,हीरालाल ठाकुर ,आत्माराम चुरेन्द्र,किसुन रावटे,नोहरसिंह रावटे,चैतराम अलेन्द्र,श्रीमती विद्या रावटे,भरतलाल रावटे सहित सामाजिक बन्धु उपस्थित थे
तो वही प्रशासन ने चक्काजाम को लेकर तैयारी की थी व कुसुमकसा बालोद तिराहे में विनय देवांगन नायब तहसीलदार ,नन्दकिशोर सिन्हा सहायक उप निरीक्षक राजहरा थाना व कैलाश बिसाई थाना प्रभारी डोंडी सदलबल उपस्थित थे।