दिव्यांग बच्चो के आश्रय स्थल कोपलवाणी में मनाया गया बाल दिवस, आटिज्म से ग्रसित बच्चो ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में लिया हिस्सा
बाल दिवस के अवसर पर दिव्यांग (मूक बधीर) बच्चो के आश्रय स्थल कोपलवाणी में बाल दिवस विशेष तरह से मनाया गया कोपलवाणी संस्था की संचालिका श्रीमती पदमा शर्मा ने बताया की बाल दिवस के अवसर पर दिव्यांग बच्चो में से ऐसे प्रतिभावान छात्र छात्राये जिन्होंने विशेष उपलब्धि हासिल की उन्हे सम्मानित किया गया उल्लेखनीय है की ऐसे सभी प्रतिभावान छात्र जिन्होंने चित्रकला , अनुशासन और खेलकूद में स्थान बनाया उन्हे मेडल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर समाजसेवी श्री त्रिलोकचंद बरडिया जी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
साथ ही विशिष्ठ अतिथि के रूप में अमल चौबे और विनय तिवारी उपस्थित रहे अतिथि त्रिलोकचंद बरडिया ने इस अवसर पर कोपलवाणी संस्था की व्यवस्था एव और अनुशासन की मुक्त कंठ से प्रसंशा करते हुए कहा की दिव्यांग बच्चियों के लिए कोपलवाणी किसी देवस्थल से कम नही जो कभी बोल नहीं सकते थे आज वह बहुत हद तक बोलने की स्थिति में और बहुत से बच्चे आज दिव्यांग होते हुए भी अपने पैरो पर खड़े है किसी न किसी व्यवसाय को संभाल रहे है.
जिन बच्चों ने स्पीच थेरेपी सेंटर से लाभ में लाभ लेकर
बहुत हद तक बोलना सीख लिया ऐसे सभी बच्चो ने गायत्री मंत्र का उच्चारण कार्यक्रम के दौरान किया फैंसी ड्रेस स्पर्धा में दिव्यांग बच्ची अद्धिका तितली बनी भौतिक ने ब्लड डोनेशन पर अपनी बात रखी निशिका पेड़ बनकर आई इसी तरह दिव्यांग बच्चो ने सांकेतिक भाषा में इशारों से गीत प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम में संस्था कोपलवाणी की संचालिका श्रीमती पदमा शर्मा, श्रीमती सुनीता चंसोरिया, टोप्पो जी, आलोक सक्सेना, ए पी झा, प्रमिला मिश्रा उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन प्रीति उपाध्याय ने किया और आभार संस्था की अध्यक्षा डा शेषा गुहा द्वारा प्रस्तुत किया गया कार्यक्रम के अंत में सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान कर कार्यक्रम का समापन किया गया.