यज्ञ प्रचार यात्रा पहुंची छत्तीसगढ़ बार्डर के आखरी गांव तक,,, छिदीडीह और भेलकी में आदिवासी समाज ने किया सनातन धर्म के जयघोष के साथ यात्रा का स्वागत
आदिवासी समाज अनादि काल से भारतीय संस्कृति एवं हिंदुत्व के संवाहक हैं ,,,, संत राम बालक दास जी ने सभाओ में कहा
5 दिनों के लिए आयोजित 42 गांव की यज्ञ प्रचार यात्रा इस समय कबीरधाम जिला के कुई कुकदर क्षेत्र में चल रही है 24 दिसंबर से कुई कुकदूर में होने वाले यज्ञ के प्रचार हेतु संत श्री राम बालक दास जी महत्यागी गांव गांव में जाकर सभा ले रहे हैं उनके साथ सैकड़ों की संख्या में लोग यात्रा में सम्मिलित हैं गांव-गांव में भजन कीर्तन मंडली के साथ आरती पूजन एवं यात्रा निकालकर ग्रामवासी माताएं बहने बंधु इस यात्रा में सम्मिलित हो रहे हैं कहीं पीपल की छांव में कहीं नदी किनारे कहीं घाट पहाड़ के खेत पर और कहीं कहीं बड़े मंचों पर सभा का आयोजन हो रहा है जिसमें सुदूर घाटियों से लोग उतर कर बीहड़ जंगलों से निकलकर गौरक्षा, भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का संदेश सुन रहे हैं संत श्री राम बालक दास जी को पहली बार अपने बीच में पाकर ग्रामवासी बहुत ही प्रसन्न है और कई गांव में आगामी भविष्य में प्रवचनों के लिए मांग हो रही है 24 से 30 दिसंबर तक कुई कुकदूर में ऐतिहासिक श्री राम चरित्र मानस महायज्ञ एवं देवी अनुष्ठान का राम कथा,, रामलीला का आयोजन चंडी मंदिर प्रांगण में होना है इस आयोजन में लोगों ने बढ़ चढ़कर अन्न, धन भी दान करने की घोषणा सभाओं में की
जीतूराम बैगा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ,,संतों का आगमन गांव में होना आने वाले भविष्य में इस क्षेत्र में धर्म जागृति का संदेश है ,,संतोष मेरावी सरपंच ने अपने विचार रखते हुए भेलकी में कहा कि ,,सनातन धर्म ही समस्त आदिवासी समाज का मूल धर्म है ,,,इसी तरह विभिन्न ग्रामों में लखनलाल धुर्वे,, संपत राम साकत ,,संतोष श्रीवास ,एवं परमानंद जी ने अपने विचार रखे यात्रा में पंडरिया क्षेत्र से भी बहुत से भक्तों ने आज सेवा प्रदान किया यह यात्रा 27 नवंबर तक चलेगी और 27 नवंबर को कुई कुकदूर में 50 गांव की बैठक और यज्ञ स्थल के भूमि पूजन के साथ इस यात्रा का समापन होगा
महायज्ञ के दौरान दिसंबर में कुई कुकदुर में भारत के महान संतों का आगमन भी होगा ऐसी जानकारी संत श्री राम बालक दास जी ने दी और समस्त पंडरिया तहसील और कवर्धा जिला के सनातन धर्मियों से इस आदिवासी अंचल में होने वाले यज्ञ में आने का आवाहन संत श्री ने कीया और कहा कि तन मन धन से इस आयोजन को समस्त छत्तीसगढ़ प्रदेश के लोग साथ दें