खेल भगवान श्रीकृष्ण भी खेलते थे..... साईं कृष्णदास

खेल भगवान श्रीकृष्ण भी खेलते थे..... साईं कृष्णदास

खेल भगवान श्रीकृष्ण भी खेलते थे..... साईं कृष्णदास

खेल भगवान श्रीकृष्ण भी खेलते थे..... साईं कृष्णदास


सिंधी प्रीमियर लीग 2022 के क्वार्टर फाइनल चरण के मैच शुरू, पांचवें दिन खेले गए दो मैच, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए चकरभाटा के संत परम पूज्यनीय श्री कृष्ण दास साईं जी एवं अन्य पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत युवा विंग बिलासपुर द्वारा सिंधी प्रीमियर लीग रात्रिकालीन क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 18 से 25 दिसंबर को सेरसा मैदान में आयोजित किया जा रहा है।
कल २२ दिसंबर को इसका पांचवा दिन संपन्न हुआ
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चकरभाटा के संत परम पूजनीय श्री कृष्ण दास साईं जी, संत श्री गोविंद कारवानी, बाबा आनंदराम उदासी आश्रम अध्यक्ष श्री जयराम खत्री, डिप्टी कमिश्नर एक्साइज नीतू नोतानी, श्रीमती रितु शैलेश पांडे,छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष नवदीप सिंह अरोरा, बिलासपुर नगर के वरिष्ठ एवं प्रमुख चिकित्सक डॉ दीपक मेंघानी, डॉ रिया मखीजा, डॉ रश्मि बुधिया, डॉ देवेंद्र सिंह, डॉक्टर सुनील केडिया, डॉ मनोज राय उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल जी के फोटो पर पुष्प अर्पण कर दीप प्रज्वलित करके की गई
सिंधी सेंट्रल युवा विंग के सचिव नीरज जग्यासी ने मंच का संचालन करते हुए आए हुए अतिथियो का स्वागत किया।
इस अवसर पर चकरभाटा के संत श्री कृष्ण दास साईं जी ने सभी खिलाड़ियों एवं आयोजन समिति को अपना आशीर्वाद दिया एवं अपने संबोधन में कहा कि किसी भी समाज की उन्नति तब होती है जब उसमें युवाओं का योगदान हो और इस तरह के टूर्नामेंट निश्चित रूप से युवाओं में आपसी संबंध एवं एकता को बढ़ाने में सहायक होते हैं और युवा खेल भावना भी सीखते हैं एवं एक टीम में रहकर कैसे काम करना चाहिए यह सीख भी उन्हें इस तरह की प्रतियोगिताओं से मिलती है।

वह खेल भगवान श्रीकृष्ण भी खेलते थे पर वह बल्ले से नहीं गेंद से खेलते थे अपने बाल सखा बाल गोपाल के संग वह खेल के माध्यम से पापियों का सर्वनाश भी करते थे भक्तों का उद्धार भी करते थे एक बार यमुना जी के किनारे श्री कृष्णा खेल रहे थे उन्होंने गेंद को यमुनाजी में फेंक दिया तब उनके मित्रों ने कहा कान्हा तुमने गेंद फैकी है तुम जा कर निकाल कर लाओ श्री कृष्णा ने गेंद जानबूझकर यमुना में फेकी थी ताकि वहां पर बैठे कालिया सांप को वहां से भगा सके और कान्हा ने यमुना जी में छलांग लगाकर कालिया साफ़ को वहां से भगा दिया।


आपको खेल के माध्यम से अपने जीवन को सवारना है अपने अंदर जो हीन भावना है व जो भी बुरी आदतें हैं उन्हें भगाना है वह अच्छे खेल का प्रदर्शन करके अपने माता-पिता अपने समाज का अपने शहर का नाम गर्व से ऊंचा करना है खेल में हार जीत लगी रहती है उससे निराश मत होना बल्कि खेल को और बारीकी से समझ कर उसे निखारना जिस तरह हम स्कूल जाते हैं कभी परीक्षा में फेल भी हो जाते हैं फिर हम मेहनत करके अगले वर्ष पास हो जाते हैं उसी तरह खेल में भी हार जीत लगी रहती है पर आपको जीत के साथ-साथ लोगों का दिल भी जीतना है पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत, युवा विंग एवं महिला विंग के प्रमुख पदाधिकारियों ने आए हुए अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया एवं उनकी बहुमूल्य उपस्थिति के लिए आभार प्रकट किया।

सिंधी सेंट्रल पंचायत, सिंधी सेंट्रल महिला विंग एवं सिंधी सेंट्रल युवा विंग के पदाधिकारी एवं सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित थे वह है पीएन बजाज, कमल बजाज, धनराज अहूजा, डीडी आहूजा, विनोद मेघानी, उमेश भावनानी, महेश पमनानी, हरीश भागवानी , नंदलाल पुरी, राकेश चौधरी सुरेश सिदारा युवा विंग से दिलीप दयालानी, कमल कलवानी, शंकर मनचंदा, दयानंद तीर्थानी, मुकेश विधानी, संरक्षक धीरज रोहरा, विनोद लालचंदानी, गोविंद तोलवानी, विजय छुगानी, अध्यक्ष अभिषेक विधानी, सचिव नीरज जग्यासी, कोषाध्यक्ष विकी कोटवानी, विजय छुगानी मनोज उबरानी, अजय भीमनानी विशाल पमनानी विजय मोटवानी विनोद लालचंदानी पंकज भोजवानी रवि प्रीतवानी, नितेश रामानी विकास खटवानी ,अविजीत अहूजा, बंटी पमनानी, श्याम लोकवानी, विकास गुरुवाणी, नवीन लालवानी, अमित जाधवानी, पंकज गुरबानी, सूरज हरियानी, विजय दुसेजा सिंधी सेंट्रल महिला विंग से विनीता भावनानी, राजकुमारी मेंहानी, भारती सचदेव, सोनी बहरानी, नीतू खुशलानी, पूनम बजाज, ओमिका भावनानी, आशा जेसवानी एवं अन्य सम्मानीय सदस्य उपस्थित रहे।

सिंधी प्रीमियर लीग के पांचवें दिन क्वार्टर फाइनल चरण के २ मैच खेले गए पहला मैच एम आई इलेवन एवं एसएनसीसी चकरभाटा के मध्य खेला गया, जिसमें एसएनसीसी चकरभाटा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और एमआई 11 को बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया । पहली पारी में एमआई 11 की टीम शुरू में काफी दबाव में आ गई एवं बड़े कम अंतराल में अपने विकेट खोती गई एवं स्कोर बोर्ड में रनों की गति बहुत धीमी चल रही थी परंतु मैच के आखिरी 4 ओवरों में एमआई 11 के कप्तान बल्लू मोटवानी ने आक्रमक बल्लेबाजी करते हुए अपनी अर्धशतकीय पारी से टीम का स्कोर 75 रन तक पहुंचाया। 76 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम एसएनसीसी चकरभाटा ने महज अपने कुछ विकेट खोकर 76 रन के लक्ष्य को बड़ी आसानी से प्राप्त कर लिया एवं विजयी हुए। इस मैच के मैन ऑफ द मैच पराजित टीम के बल्लू मोटवानी घोषित किए गए जिन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी से मैच में जान फूंक दी अन्यथा यह मैच एक तरफा दिखाई पड़ रहा था।

क्वार्टर फाइनल का दूसरा मैच खेला गया एसटीसी 11 एवं टारगेट 11 के मध्य। जिसमें टारगेट 11 के कप्तान मोनू विधानी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। परंतु यह फैसला उनके लिए फलदायक साबित ना हुआ एवं बड़ी धीमी गति से शुरुआत करते हुए 10 ओवर खेलने के बाद टारगेट 11 की टीम मात्र 56 रन ही बना पाई।

57 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी एसटीसी 11 की टीम ने बड़ी सूझबूझ से ज्यादा रिस्क न लेते हुए धीरे-धीरे रनों का पीछा किया एवं 5 विकेट खोकर 57 रन 8 ओवर में बना डाले। इस मैच के मैन ऑफ द मैच पुष्कर सिदारा रहे, जिन्होंने अपने जबरदस्त गेंदबाजी से दो बार में 14 रन देकर तीन विकेट हासिल किए एवं अपनी टीम को जीत दिलाई



श्री विजय दुसेजा जी की खबर 

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