वर्ष की आख़िरी शाम वंचित वर्ग के नाम -

वर्ष की आख़िरी शाम वंचित वर्ग के नाम -

वर्ष की आख़िरी शाम वंचित वर्ग के नाम -

वर्ष की आख़िरी शाम वंचित वर्ग के नाम -


जब वर्ष के आखिरी दिन विगत को विदाई और आगत को बधाई देने के लिए शहर सज गया है होटल ढाबे सब एडवांस बुक चल रहें है तब एक वर्ज ठगा ठगा सा इस उत्सव का रंग देख रहा है इसी निराश्रित वर्ग के लिए सामाजिक संस्था हंगर फ्री बिलासपुर ने भोग भंडारे का आयोजन किया जिसमें मनोज सरवानी , माधव मजूमदार , विकास घई , महेन्द्र माखीजा , भानु भारती यादव , फिरत राम यादव , प्रवीण कोचर , सुनिल चिमनानी , शिरीष पागे जी आदि ने मिलकर हलवा पूरी , विभिन्न मिष्ठान तथा फल फ्रूट के पैकेट वितरित किए संस्था के संस्थापक सतराम जेठमलानी आयोजक समूह को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि विशिष्ट पर्वो तीज त्यौहार पर इस प्रकार के आयोजन होने से वंचित वर्ग भी खुद को समाज की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ महसूस करता है जिससे सामाजिक समरसता बढ़ती है।



श्री विजय दुसेजा की की खबर 

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3