शिवरात्रि सर्व आत्माओं के पिता का जन्म दिवस ब्रह्मकुमारी बहनों के द्वारा मनाया गया
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहनों द्वारा ग्राम बैमा नागोई में जाकर परमात्मा शिव के जन्मदिवस के ऊपर वक्तव्य करते हुए सभी को ध्यान लगाना सिखाया तथा ब्रम्हाकुमारी राखी दीदी ने आगे वक्तव्य करते हुए कहा कि भारत सचमुच में सच्चा तीर्थ स्थान है जहां पर हम बहुत सारे पर्व त्यौहार खुशियां मनाते हैं और सबसे बड़ी खुशी भारत में ही हम इतने सारे देवी देवताओं की पूजा करते हैं जयंतिया मनाते हैं जिससे हमारे मन को शांति मिलती है आज दुनिया में बर्थडे मनाना एक फैशन की तरह हो गया है हर बड़े आदमी की हम जन्मदिवस अवश्य ही मनाते हैं परंतु हम सबको जन्म देने वाले भगवान के जन्मदिवस को हमें बहुत ही धूमधाम से मनाना चाहिए।
हर मनुष्य आत्मा उस परमात्मा की संतान है जिसने हमको जन्म दिया और वह परमात्मा स्वयं निराकार शिव है जिसे सारे धर्म के लोग मानते हैं वंदना करते हैं ईश्वर गॉड अल्लाह आदि अनेक नामों से उनको याद करते हैं उनका सिमरन करते हैं वास्तव में भगवान एक है कहते भी हैं गॉड इज वन भगवान वास्तव में वह है जिससे सारे धर्म के लोग स्वीकार करें आज सभी धर्म के लोग भगवान को लाइट ज्योति बिंदु के रूप में मानते हैं नाम भले अलग हो पर सभी धर्म के लोग चाहे वह भारत हो या विदेश हो सभी ने भगवान को लाइट स्वरूप ज्योति बिंदु निराकार के रूप में स्वीकार किया है आज भारत में भी हम देखें तो सबसे ज्यादा हमें शिव जी का ही मंदिर मिलेगा शिवलिंग की हमें प्रतिभा मिलेगी इसीलिए भारत में 12 ज्योतिर्लिंग गम का विशेष महत्व है और ऐसा माना जाता है कि जिसने यह 12 ज्योतिर्लिंग गम का दर्शन कर लिया उसके जीवन के सारे पाप कट जाते हैं ना केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में हर एक मनुष्य आत्मा उस ज्योतिर्लिंग को भी भगवान मानते हैं उनसे ही ध्यान लगाकर वह शक्तियां लेते हैं और मन की शांति उनका ध्यान लगाने से ही प्राप्त होती है तो ऐसी ज्योति बिंदु शिवजी जो हम सभी मनुष्य आत्माओं के पिता है
परमात्मा शिव धरा पर आ चुके हैं हम सभी के दुखों को मिटाने के लिए और हमें सभी बीमारियों से मुक्त करने के लिए तनाव से मुक्त करने के लिए और हमें सच्ची शांति की अनुभूति तभी होगी जब हम उस सुप्रीम सोल परमात्मा से कनेक्ट होंगे और अंत में ब्रह्माकुमारी अंजू दीदी ने सभी उपस्थित ग्राम वासियों को परमात्मा शिव के साथ ध्यान लगाना सिखाया और इस प्रकार उक्त प्रोग्राम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
श्री विजय दुसेजा जी की खबर