पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के नवम् पीठाधीश धर्मगुरू संतश्री डॉ.युधिष्ठिर लाल जी पाक के हिन्दू तीर्थ स्थलों की यात्रा कर सोमवार को रायपुर वापसी
पुज्य शदाणी दरबार तीर्थ के नवम् पीठाधीश संतश्री डॉ. युधिष्ठिरलाल जी महाराज के नेतृत्व में पूरे भारत वर्ष से 125 तीर्थ यात्रयों का जत्था 22/11/ 2022से03/12/2022 तक सिंध पाकिस्तान की यात्रा पर था।ज्ञात रहे कि,पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ द्वारा पिछले 40वर्षों से भारत पाकिस्तान के मध्य प्रोटोकाल एग्रीमेंट के तहत दोनों देशों के बीच तीर्थ यात्रा का आना-जाना जारी है।
उसी कड़ी में इस वर्ष विगत 22नवंबर2022 को पूरे भारत वर्ष के12प्रांतों से पूज्य शदाणी दरबार के नवम् पीठाधीश पूज्य संत जी,बनारस, वृंदावन के पूज्य संतगण, महामंडलेश्वर, मुंबई इस्कॉन टेंपल के कथाकार, मुम्बई, नागपुर, अहमदाबाद, दिल्ली, पूणे,जयपुर, अजमेर, राजकोट,इंदौर,भोपाल व रायपुर के कई वरिष्ठजनों के साथ पूज्य संत जी,भाई श्री भरतलाल शदाणी व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती जया देवी शदाणी, संत जी की सुपुत्री वीरता शदाणी एवं भतीजी अर्चना शदाणी भी शामिल हैं। दरबार तीर्थ के सचिव श्री उदय शदाणी ने बताया की 125 तीर्थ यात्रियों का जत्था अमृतसर से बार्डर क्रास कर लाहौर पहुंचा,बार्डर पर पाकिस्तान सरकार के तमाम अधिकारी एवं पाक वकफ बोर्ड के चेयरमेन एवं पूरे पाक के श्रद्धालुओं ने संत जी एवं जत्थे का भव्य स्वागत किया।23 नवंबर को दरबार तीर्थ के आदि स्थान पूज्य हयात पिताफिन पहुंचे जहां हवन,यज्ञ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई तत्पश्चात श्री राम चरित मानस,भगवत गीता एवं गुरु ग्रन्थ साहिब का पाठ आरंभ हुआ ध्वजा रोहण,मात्रशक्ति द्वारा सैकड़ों की संख्या में कलश यात्रा,सामूहिक उपनन्य संस्कार एवं विवाह समारोह व मेडिकल कैंप 3 दिनों तक धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें बालक व बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। 24 नवंबर को पूज्य संत जी से आशीर्वाद लेने एवं 125 भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत करने पाक सरकार से श्री राणा साहब, हिंदू मंदिर कम्युनिटी के अध्यक्ष श्री कृष्णशर्मा जी, मोहम्मद बक्श खान महर सांसद जी,अब्दुल बारी खान पिताफी(सिंध के मंत्री) एवं अन्य मंत्रियों अधिकारियों ने पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के आदि स्थान पर आकर संत जी से आशीर्वाद लिया एवं जत्थे का स्वागत अभिनंदन किया। 26 नवंबर को दोपहर में जरवार एवं रात्रि में दरबार तीर्थ की पंचम पीठाधीश परम पूज्य माता हासी देवी जी के जन्मस्थान खानपुर महर पर पहुंचे,27 नवंबर को अद्लपुर माता के मंदिर में दर्शन व रात्रि श्री कृष्ण धाम घोटकी में संत जी एवं जत्थे का धूम धाम से स्वागत हुआ। 28 नवंबर को पनोअकील,साधुबेला सक्खर जहां सिंधु नदी के किनारे पाठ,पूजा,हवन,यज्ञ भजन-कीर्तन,अरदास एवं पल्लव साहिब का आयोजन किया गया।
विधायक डॉ.नफीसा शाह एवं वकफ बोर्ड के अधिकारियों मंत्रियों ने स्वागत किया एवं रात्रि में वसण शाह दरबार रोहड़ी में पूज्य संत जी एवं साई छोटूराम जी के सानिध्य में भजन-कीर्तन एवं प्रवचन हुआ। 29 नवंबर को अरोड़ में माता कालका देवी मंदिर में दर्शन पूजन एवं भजन कीर्तन हुआ एवं रात्रि में वेद मंदिर माथेलो साहिब जहां चारों वेदों की रचना की गई थी,शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब जी ने भत्तों के लिए धूणी रमाई ऐसे पवित्र स्थान पर तीर्थ यात्री दर्शन करने पहुँचे 30 नवंबर को मीरपुर माथेलो,01 दिसंबर को डेहरकी में आयोजन हुआ डेहेरकी से पूज्य संत जी को भक्तों ने भावुक होकर विदा किया एवं 02 दिसंबर को गुरु नानक देवी जी की जन्मभूमि स्थान पर नानकाणा साहिब व पंजा साहिब सभी यात्री दर्शन हेतू पहुँचे। वापिस 03 दिसंबर को बॉर्डर क्रॉस करते समय पाकिस्तान अधिकारियों एवं मंत्रियों ने पूज्य संत जी एवं जत्थे को विधाई दी
श्री विजय दूसेजा जी की खबर