शिक्षा की नींव रखने वाली हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदियों के साथ है आप का छोटा भाई - पंकज जैन

शिक्षा की नींव रखने वाली हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदियों के साथ है आप का छोटा भाई - पंकज जैन

शिक्षा की नींव रखने वाली हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदियों के साथ है आप का छोटा भाई - पंकज जैन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के आंदोलन को मिला आप का समर्थन

भाजपा और कांग्रेस ने सिर्फ आश्वासन दिया लेकिन आम आदमी पार्टी आपके लिए काम करेगी - मधुसुधन(पूर्व बालोद वि.स.प्रत्याशी)

शिक्षा की नींव रखने वाली हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदियों के साथ है आप का छोटा भाई - पंकज जैन


बालोद -बालोद जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल का आज शुक्रवार को तीसरा दिन है। अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार से अपनी हड़ताल शुरू की है उनका कहना है कि अगर 20 दिसंबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

पंकज जैन ने मंच के माध्यम से समर्थन देते हुए कहा की हमारी दीदी लोगो की मांग जायज है,और राज्य सरकार को जायज मांग पुरा करना होगा,आम आदमी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ पर सबसे ज्यादा फोकस करने वाली पार्टी है और हमारी शिक्षा की नीव रख प्रारंभिक शिक्षा देने वाली गुरु हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बहनों को उनका जायज मांग पुरा कराने का पूर्ण समर्थन है,वही हमारी बहनों को काम का अत्यधिक बोझ दे दिया जा रहा है और वेतन के नाम पर खानापूर्ति कर रही सरकार को बदलना जरूरी है।आज इस मंच से मैं देख रहा हु बहुत से वृद्ध अवस्था में दीदी लोग भी मौजूद है,उनके भविष्य के लिए सरकार क्या कर रही है.?भविष्य में उनको पेंशन मिलना चाहिए ताकि हमारी दीदी लोग अपना जीवन निर्वाह कर सके।जब नेता मंत्री सिर्फ 5 साल शासन करके आजीवन पेंशन ले रहे है,तो फिर हमारी बहने तो अपने सेवा से बहुत परिश्रम कर वृद्धा अवस्था तक अपनी कार्य को बखूबी ईमानदारी से कर रही है तो फिर उनको पेंशन मिलना उनका अधिकार है,और प्रदेश सरकार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बहनों को उनका अधिकार देना होगा।
वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बहनों के साथ हंसी मजाक करते नजर आए आप नेता पंकज जैन,ने कहा मैं आप मन के छोटे भाई हो दीदी ज्यादा कुछ तो नही लेकिन तुंहर मुस्किल समय में तुंहर काम आ सको तो मोर सौभाग्य रही,मोर पहली गुरु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदी मन के दिए ज्ञान के बदला में मोर छोटे से गुरु दक्षिणा स्वरूप मैं आप मन के लड़ाई में आप मन के साथ हो।

वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ में से कार्यकर्ता खडे होकर कहा, भाजपा कांग्रेस ला देख डालेंन अब एक मौका हमर छोटे भाई ला देबो,अऊ हमर मांग पुरा होहि ता हम सब बहिनी मन राखी बांधबो,अऊ पंकज भाई के बात सुन के भरोसा है की वो हमर साथ जरूर दीही।

मधुसूधन जी ने समर्थन देते हुए कहा की,आम आदमी पार्टी घोषणा नही बल्कि गारंटी देती है,और आम आदमी पार्टी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बहनों के साथ है,हम आपकी समस्या को बखूबी समझ रहे है,महंगाई के इस दौर में इतने कम वेतन से गुजारा चलना संभव बिलकुल भी नहीं है,वही हमारी बहनों को काम का अत्यधिक बोझ दे दिया जा रहा है और वेतन के नाम पर खानापूर्ति कर रही सरकार को बदलना जरूरी है।वहीं दिल्ली सरकार महिलाओं को मुफ्त बस टिकट दे रही है जिसे छत्तीसगढ़ में भी लागू कर आप सभी महिलाओं को खर्च से बचाने का एक सफल प्रयास रहेगा।आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी आप लोगो के लिए बेहतर योजना और रूपरेखा तैयार किया जाएगा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि हमने कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी अपनी जान जोखिम में लेकर काम किया, लेकिन हमें किसी तरह का अतिरिक्त पारिश्रमिक नहीं दिया गया। हमारी समय अवधि भी बढ़ा दी गई है, लेकिन वेतन नहीं बढ़ाया गया।

आपको बता दे कि जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तो उन्होंने भी टालमटोल कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने झूठे आश्वासन देकर सरकार बना ली, परंतु 4 साल बीत जाने के बाद भी केवल आश्वासन ही मिला है। जिले में कुल 1,523 आंगनबाड़ी केंद्र है। जिले के बालोद, गुंडरदेही और चिखलाकसा सेक्टर से 469 आंगनबाड़ी की 900 कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं आज धरने पर बैठी हैं।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर हड़ताल पर पहुंचीं हुई है।

आप नेताओं ने दिया समर्थन

बालोद विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मधुसूधन व आप के युवा नेता पंकज जैन समर्थन देने पहुंचे।

संघ के गुंडरदही अध्यक्ष कमला चंद्राकर जिला महामंत्री माधुरी रथ ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकताओं व सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। ऐसा होने तक भारत सरकार से निर्धारित न्यूनतम वेतन कार्यकर्ताओं को 18 हजार व सहायिका को 9 हजार प्रतिमाह दिया जाए। आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत कर्मियों को भविष्य निधि जीवन निर्वाह भत्ता, सेवानिवृत्त भत्ता, उनके एवं उन पर आश्रितों को चिकित्सा सुविधा, बच्चों के लिए शिक्षा की सुविधा लागू की जाए। पोषण ट्रैकर में काम करने फोन, सिम, इंटरनेट खर्च की निर्धारित राशि का भुगतान भी सरकार करे।

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