शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही में क्रीड़ा एवं साहित्यिक गतिविधियों का आयोजन
शासकीय शहीद कौशल यादव, महाविद्यालय गुण्डरदेही में वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता तथा साहित्यिक गतिविधि का आयोजन किया गया। पांच दिवसीय कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.डी.आर.मेश्राम की अनुमति से वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ.के.डी.चावले के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। प्रथम तीन दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने एथलेटिक्स, बैडमिंटन, स्लोसायकल, शतरंज, कैरम, कुर्सी दौड़ और मटका फोड़ प्रतियोगिता में भाग लिया। क्रीड़ा प्रतियोगिता के आयोजक मण्डल में श्री डी.एस.सहारे, श्री आर.पी.निषाद, डॉ.ए.के.पटेल डॉ.ए.के.भुई, सुश्री शिखा श्रीवास्तव, श्री भूपेन्द्र कुमार, डॉ. तृप्ति राजपूत, श्रीमती गिरजा वर्मा, श्रीमती निशा देशलहरे, श्री भागचंद मांडले एवं श्री दिलीप कुमार शामिल थे। प्रतियोगिता के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.मेश्राम ने छात्र-छात्राओं को खेल के महत्व को समझाया और सभी छात्र छात्राओं को भाग लेकर अपने व्यक्तित्व विकास के लिए प्रोत्साहित किया वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ.के.डी.चावले ने प्रतिभागियों को खेल के नियमों से अवगत कराया और खेल भावना के साथ सम्पूर्ण गतिविधि को मार्गदर्शन प्रदान किये।
क्रीड़ा गतिविधि के पश्चात दो दिवसीय साहित्यिक गतिविधि का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत वाद-विवाद, तात्कालिक भाषण, स्वरचित रचना, निबंध लेखन, मेहंदी, थाली सजावट, कक्षा सजावट इत्यादि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.डी.आर.मेश्राम ने की। अध्यक्षीय भाषण में डॉ.डी.आर.मेश्राम ने छात्र-छात्राओं को स्वस्थ प्रतियोगिता स्वरूप को अपनाने के लिए प्रेरित किया और महाविद्यालय में भी विमर्शी वातावरण बनाने को प्रोत्साहित किया।
निर्णायक की भूमिका में श्री डी.एस.सहारे, सहायक प्राध्यापक, समाजशास्त्र एवं श्री आर.पी.निषाद, सहायक प्राध्यापक, अंग्रेजी उपस्थित थे। वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय ‘‘हिन्दी सिनेमा का भारतीय समाज में सकारात्मक प्रभाव’’ था। छात्र-छात्राएं पक्ष-विपक्ष पर अपना विचार प्रस्तुत किये। ‘‘आम चुनाव में युवाओं की भूमिका’’ विषय पर छात्र-छात्राओं ने निबंध लिखा। तात्कालिक भाषण पर विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार दिये। श्री निषाद जी ने छात्र-छात्राओं को सभी विषयों पर एक समग्र विचार दिया जहां हिन्दी सिनेमा के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित कर अपने व्यक्तित्व विकास के लिए प्रेरित किया।
श्री डी.एस.सहारे ने छात्र-छात्राओं के विचार व्यक्त करने की शैली और धैर्य की तारीफ की और भविष्य के लिए प्रेरित किये। डॉ.ए.के.पटेल ने भी संचालन के दौरान प्रतियोगिता के विषयों पर अपने विचार संयमित रूप से प्रस्तुत करने और सोशल मीडिया पर विश्वास करने के बजाय, विषय के वास्तविक संदर्भ से जानकारी प्राप्त करने पर बल दिया। कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ.के.डी.चावले एवं साहित्यक प्रभारी सुश्री शिखा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। प्राचार्य ने संपूर्ण आयोजन में छात्र-छात्राओं के भागीदारी की सराहना की।