जो इंसान अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना लिया है उन्हें अपने धर्म में वापस आना चाहिए... संत लाल साई

जो इंसान अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना लिया है उन्हें अपने धर्म में वापस आना चाहिए... संत लाल साई

जो इंसान अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना लिया है उन्हें अपने धर्म में वापस आना चाहिए... संत लाल साई

जो इंसान अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना लिया है उन्हें अपने धर्म में वापस आना चाहिए... संत लाल साई


बिलासपुर - श्री झूलेलाल चालिहा महोत्सव का हुआ हर्षोउल्लास के साथ समापन विगत 25 नवंबर से श्री झूलेलाल चालीहा महोत्सव झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में संतलाल साई जी के सानिध्य में श्रद्धा भक्ति से आरंभ हुआ था। जिसका समापन आज 3 जनवरी को बड़े ही धूमधाम भक्तिभाव हर्षोउल्लास के साथ समापन हुआ।

इस 40 दिवसीय भव्य महोत्सव में देश भर से प्रतिदिन धार्मिक आयोजनो के साथ कई संत महात्मा जनप्रतिनिधि अभिनेता कलाकार गायक संगीतकार चालिहा महोत्सव में शामिल हुए एवं संत महात्माओं ने अपने प्रवचनों से ज्ञानरुपी प्रकाश दिया एवं देश के ख्याति प्राप्त कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। आज समापन समारोह का कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे आरंभ हुआ।

सर्वप्रथम ईष्ट देव भगवान सांईं झूलेलाल जी, एवं श्रद्धेय बाबा गुरमुख दास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं पुज्य बहराणा साहब अखंड ज्योति प्रज्वलित करके पुजा पाठ का आरंभ किया गया। इस अवसर पर श्रीवास्तव जी भारती मरकाम टीआई चक्करभाटा पार्षद विजय वर्मा राम आर्य डिसूजा सर आशीष खत्री साजन दास वाधवानी लोकेश कल्लू यादव पार्षद (गोंदिया) पूज्य सिंधी पंचायत चक्करभाटा के अध्यक्ष  प्रकाश जैसवानी रवि रुपवानी अनिल पंजवानी राजा जैसवानी पिंटू सिरवानी कालू मलघानी रमेश टेकचंदानी नरेश भाई विजय दुसेजा अर्जुन अवतवानी  व अन्य लोगों का साई जी के द्वारा शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया दोपहर 12:00 बजे श्री झूलेलाल मंदिर से शोभायात्रा आरंभ होकर नगर भ्रमण करते हुए 3:00 बजे तलाब पहुंची।

शोभा यात्रा में सबसे आगे पूज्य बाहराणा साहब को एक सुसज्जित गाड़ी में भगवान झुलेलाल जी के आदमकद फोटो के साथ चल रहे थे उसके पीछे धूमाल पार्टी के भक्तिपुर्ण गीतों पर भक्तजन नाचते गाते चल रहे थे शोभायात्रा मे दिल्ली से आए कलाकार बाहुबली वीर हनुमान एवं वानरसेना बनकर चल रहे थे साथ में शानदार कठपुतली के कलाकार आए थे जबलपुर के कलाकार डुगडुगी बन कर अच्छा मनोरंजन कर रहे थे के साथ चल रहे थे उसके पीछे आकर्षक भव्य बग्गी में सांई जी भक्तों को आशीर्वाद देते चल रहे थे शोभायात्रा मेभगवान झूलेलाल की सजीव झांकी सजाई गई थी नगर भ्रमण मे शोभायात्रा का जगह जगह आतिशबाजी फूलों की वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया एवं जगह जगह फल फ्रूट , स्वल्पाहार, खाद्य सामग्री, के स्टाल लगाए गए थे पार्षद विजय वर्मा के द्वारा सांई जी का आकर्षण भव्य माला पहनाकर स्वागत किया गया।
 
शोभायात्रा का तलाब पहुँच कर समापन हुआ इसके पुर्व संत सांई लालदास जी के द्वारा विधि विधान के पुजा अर्चना कर बहराणा साहब का विसर्जन किया गया एवं दिव्य अखंड ज्योत को तर्पण किया  गया । तत्पश्चात आसपास एवं देश के कोने कोने से आए हुए सभी भक्तजनों के लिए प्रसाद स्वरूप भव्य आम भडारा का आयोजन किया गया जिसे सभी श्रद्धालुओं ने भंडारा श्रद्धा पूर्वक गृहण किया।

 शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक ग्वालियर से आए जावेद केशु भाई म्यूजिकल पार्टी व दिल्ली की लता लालवानी ने भक्ति भरे भजनों की शानदार प्रसूति दी इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा प्रतिपक्ष के पूर्व नेता बिल्हा के विधायक माननीय धरम लाल कौशिश जी छत्तीसगढ सिंधी पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष श्री चंद सुंदरानी राष्ट्रीय सिंधी मंच की संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सपना कुकरेजा विशेष रूप से आज के समारोह में शामिल हुई धरमलाल कौशिक जी ने सभी को श्री झूलेलाल चालीसा महोत्सव समापन की बधाइयां दी एवं अलग-अलग प्रांतों के शहरों से आए भक्तजनों को झूलेलाल चालिहा महोत्सव के समापन पर सभी भक्तजनों को बधाइयां और शुभकामनाएं देते हुए कहा आप सभी की मनोकामना पूर्ण हो।

इस अवसर पर हजारों की संख्या मे उपस्थित भक्तों को परम श्रद्धेय सा़ई जी के दिव्य दर्शन प्राप्त हुए। आज चालिहा महोत्सव के समापन दिवस पर सांई जी का पिछले 40 दिनों का मौन व्रत पूर्ण होने के पश्चात। साई जी ने अपनी दिव्य अमृतवाणी में जो पहला शब्द कहा वो था *जय झूलेलाल* साईं जी ने ओजस्वी प्रवजन मे कहा कि जीवन मृत्यु के बीच में जो समय रहता है वह समय सद्कर्मो का रहता है जैसा बीज बोयेगे वैसा फल पायेंगे अच्छा बीज लगाओगे अच्छा फल मिलेगा हमें जीवन में अच्छे कर्मो का बीज बोना है ताकि फल अच्छा मिले जो लोग अपना धर्म छोड़कर चले गए है वे हमेशा दुख तकलीफ में रहते है अपना धर्म सर्वोपरि है हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं सभी धर्म एक बात सिखाते हैं भगवान से कैसे मिले पर जिस भगवान ने हमें जिस धर्म में जिस समाज में भेजा है हमें वही रहना चाहिए उसका ही पालन करना चाहिए गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि जोअपना धर्म छोड़ कर जाता है
 
वो कभी खुश नहीं रहता है जो लोग अपना धर्म छोड़कर दुसरा धर्म अपना लिए हैं उन्हें वापस अपने धर्म में आना चाहिए क्या आज दुसरे धर्म के लोग हमारा धर्म अपनाएं हैं नहीं अपना रहे हैं क्योंकि उनका इरादा मजबूत है और वह अपने भगवान को ही अपना सब कुछ मानते हैं किसी की बातो या दिखाएं में नहीं आते हैं आजकल लोग दिखावा बहुत कर रहे हैं दिखावा बंद होना चाहिए 

जिन जिन लोगों ने घर, में घाघर रखी है उसकी पूजा की है विश्वास पर पूजा की है उन लोगों की मनोकामना भगवान झूलेलाल जरूर पूरा करेंगे आप सभी का भला हो सबके घर में सुख शांति हो जिस घर में अशांति होती है वहाँ पर लक्ष्मी का वास नहीं होता है इसलिए घर में पति पत्नी को शांति से रहना चाहिए सामंजस्य से चलना चाहिए अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए अच्छे संस्कार देने चाहिए।

अंत में आए सभी भक्तजनों को साई जी के द्वारा आशीर्वाद दिया गया और प्रसाद वितरण किया गया
आज के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या भक्त जन छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात दिल्ली उड़ीसा के कई शहरों से हजारों की संख्या में भक्तजन शामिल हुए इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया आज के इस प्रकार कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति चक्कर भाटा बिलासपुर भाटापारा रायपुर दुर्ग भिलाई राजनगांव गोंदिया रायगढ़ के सभी सेवाधारियों का विशेष सहयोग रहा यह जानकारी विजय दुसेजा द्वारा दी गई।



श्री रूपचंद डोडवानी जी की खबर 

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