मैं झूलेलाल साईं का नौकर झूलेलाल मेरी सरकार ... संतलाल साईं
श्री सिंधु अमरधाम आश्रम झूलेलाल नगर चकरभाटा के संत लाल साई जी का नए वर्ष के अवसर पर कशयप कॉलोनी बिलासपुर में सत्संग का आयोजन किया गया साईं जी के आगमन पर फूलों की माला पहना कर आतिशबाजी करके भव्य स्वागत किया गया सत्संग की शुरूआत भगवान झूलेलाल एवं बाबा गुरमुख दास जी के फोटो पर माला पहनाकर व बहराणा साहब की अखंड ज्योत प्रज्वलित करके की गई।
सत्संग में साईं जी ने अपनी अमृतवाणी में कहा कि मैं भगवान झूलेलाल साईं जी का नौकर हूं वह मेरी सरकार है आप सभी भगवान झूलेलाल जी के वंशज है आपको गर्व होना चाहिए कि हम सिंधी हैं हम हिंदू हैं पर आज कुछ लोग स्वार्थ के खातिर व पैसों कि लालच में अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म अपना रहे हैं जिस धर्म की रक्षा के लिए भगवान झूलेलाल साई ने अवतार लिया जिस धर्म की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना घर बार धन दौलत जमीन ज्यादाद सब छोड़ दी आज उसी धर्म को बचाने की बारी आई है हमें अपने पूर्वजों से सीखना चाहिए कितनी तकलीफ सह कर भी उन्होंने अपने धर्म की रक्षा की ओर आज हमारे पास सब कुछ है उसके बाद भी हम धर्म को छोड़कर अन्य धर्म में जा रहे हैं जो सर्वथा गलत है आज हमारा समाज पंथ्यों में बट गया है जिसका फायदा अन्य लोग उठा रहे हैं हम आपसे यह नहीं कहते हैं कि आप अपने गुरु की पूजा ना करें अपने गुरु का नाम ना जपो अपने गुरु के पास ना जाए।
आप बिल्कुल जाइए जिस गुरु का भी आपने नाम लिया है आप वहाँ जाइए उनका नाम जपले सिमरन कीजिए हम मना नहीं करते हैं गुरु और भगवान में फर्क होता है यह फर्क आप को समझना चाहिए भगवान झूलेलाल गुरु नहीं है वह हमारे इष्ट देव हैं हमारे आरधय देव हैं हमारे भगवान हैं सच्चा सिंधी वही है जिसके घर और दुकान में भगवान झूलेलाल जी का फोटो है और अपने इष्ट देव को पूजता है मानता है जिसने भी सच्चे मन से भगवान झूलेलाल की पूजा कि आराधना की है उसने सब कुछ पाया है उसके सारे दुख दर्द दूर हुवे हैं कभी कभी भगवान भी भक्तों से परीक्षा लेते हैं और यह तो मृत्यु लोक हैं यहां तो भगवान को भी आकर परीक्षा देनी पड़ी है फिर हम तो इंसान हैं स्कूल का रिजल्ट भी 1 साल के बाद परीक्षा देने के बाद आता है और आप लोग सोचते हैं कि चंद दिनों में ही हमें हमारे फल मिल जाए तो ऐसा कैसे हो सकता है सब्र कीजिए विश्वास रखिए आपके सारी मनोकामना पूरी होगी आपके सभी दुख दर्द दूर होंगे बस 10 जगह जाने को छोड़कर सिर्फ एक जगह जाइए झूलेलाल मंदिर भगवान झूलेलाल को मानिए वही तारणहार है वही पालनहार है वही सिंधी समाज के स्वामी हैं साई जी ने अपनी मीठी आवाज में कई भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे।
कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आई हुई संगत के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुखदास सेवा समिति बिलासपुर पूज्य सिंधी पंचायत कश्यप कॉलोनी के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर